मानसी शर्मा /- वक्फ बोर्ड की शक्तियों को सीमित करने के उद्देश्य से पेश किए गए वक्फ संशोधन बिल को अब संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजा गया है। इस बिल पर विचार के लिए JPCने अब तक चार बैठकें की हैं, जिनमें आम जनता से सुझाव भी मांगे गए थे।
बता दें कि,JPC को अब तक ईमेल के माध्यम से करीब 84लाख सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त, 70से अधिक बॉक्स भरकर लिखित सुझाव भी समिति के पास आए हैं। यह सुझाव 16सितंबर की रात 12बजे तक प्राप्त किए गए थे, जब JPCने सुझाव देने की अंतिम तारीख बढ़ा दी थी।
कब होगी अगली बैठकें?
JPC की अगली बैठकें 19और 20सितंबर को निर्धारित की गई हैं। 19सितंबर को पटना लॉ कॉलेज के वीसी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के अधिकारियों को बैठक में आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा, 26सितंबर से 1अक्टूबर तक, JPCके सदस्य देश के छह प्रमुख शहरों की यात्रा करेंगे। ये शहर हैं मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, और एक अन्य शहर, जहां वे स्थानीय नागरिकों और मुस्लिम संगठनों से सुझाव लेंगे।वक्फ संशोधन बिल पर JPCकी अध्यक्षता बीजेपी के सांसद जगदंबिका पाल कर रहे हैं।
विपक्षी सांसदों के आपत्तियां
वक्फ (संशोधन) बिल के प्रति विरोध की आवाज भी सुनाई दे रही है। JPCकी पहली बैठक से ही कई विपक्षी सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि बिल का मौजूदा प्रारूप स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता और समानता के कानूनी मानदंडों का उल्लंघन करता है। विशेष रूप से, वक्फ ट्रिब्यूनल में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और अल्पसंख्यक समुदाय से बाहर के सदस्यों को शामिल करने का विरोध किया जा रहा है।
रिपोर्ट पेश करने की योजना
JPC अब इन सुझावों और विशेषज्ञों की राय पर विचार करेगी। इसके बाद, समिति संसद के शीतकालीन सत्र से पहले अपनी रिपोर्ट पेश करेगी, जिसमें वक्फ संशोधन बिल पर विचार-विमर्श के परिणाम शामिल होंगे।
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