
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/पटना/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के पटना में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हे जनता ने नही प्रशासन के भ्रष्टाचार ने हराया है। जिसे देखकर लगता है कि ट्रंप की तरह तेजस्वी यादव भी हार मानने को तैयार नही है। वहीं बिहार में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने के लिए माथापच्ची शुरू हो गई है। एनडीए की विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को दल का नेता चुना गया है। इस तरह वह लगातार चैथी बार सीएम पद की शपथ लेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव दिल्ली में हैं। वह दिवाली की शाम को ही दिल्ली चले गए थे। इस कारण वह शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। इसके अलावा महागठबंधन के अन्य नेताओं को लेकर भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। शपथ ग्रहण से पहले राजद ने ट्वीट कर कहा, राजद शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है। बदलाव का जनादेश एनडीए के विरुद्ध है। जनादेश को श्शासनादेशश् से बदल दिया गया। बिहार के बेरोजगारों, किसानो, संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है। एनडीए के फर्जीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े है।
वहीं, नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण से पहले राजद ने उनपर हमला बोलना शुरू कर दिया है। सोमवार को राजद ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया, तीसरे दर्जे की पार्टी होने और थकने के कारण मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था लेकिन भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने मेरे पैर पकड़ लिए, रोने लगे, गिड़गिड़ाने लगे। मैं ठहरा कोमल हृदय का कुर्सीवादी अंतर्यामी भिक्षुक, उन लोगों के आग्रह ने मेरे हृदय को पिघला दिया। मैं उन्हें नाराज कैसे करता?
दूसरी तरफ, नीतीश के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज दोपहर पटना पहुंचेंगे। बता दें कि नीतीश ने रविवार शाम राजभवन जाकर राज्यपाल फागु चैहान के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल ने उनका दावा मंजूर कर लिया था। अब सभी की निगाहें आज नीतीश कैबिनेट के गठन और उसमें शामिल होने वाले नए चेहरों पर टिकी हुई है। रविवार को नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं के साथ कैबिनेट के संभावित आकार पर चर्चा की।
जदयू के 12 व भाजपा के 18 मंत्री होंगे
वहीं, सूत्रों ने बताया है कि 43 विधायकों वाली जदयू को 12 मंत्री पद मिल सकते हैं। भाजपा के पास 74 विधायक हैं, इसलिए उसे 18 मंत्री पद मिल सकते हैं। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है। बताया गया है कि आने वाले दिनों में मंत्रियों की संख्या बढ़ भी सकती है।
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