नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ है. उसे स्ट्रेचर पर लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया है। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विकास दुबे के पकड़े जाने से कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता था क्योंकि विकास के संबंध राजनेताओं और पुलिस के लोगों से काफी घनिष्ठ थे। लेकिन मुठभेड़ में उसके मारे जाने से अब उसके साथ ही कई सफेदपोशों के राज भी दफन हो गये है। हालांकि कानपुर कांड से लेकर उसके सियासी लिंक और पुलिस से नेक्सस पर भी खुलासे हो सकते थे. लेकिन अब ये मुश्किल होगा।
यहां बता दें कि विकास दुबे 25 साल से प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ रहा था। 15 साल बसपा के, 5 साल बीजेपी के साथ और 5 साल सपा के साथ रहा और अपने आपराधिक वर्चस्व को बढ़ाता रहा। पंचायत चुनाव के दौरान उसे बसपा से समर्थन मिला, जबकि उसकी पत्नी को सपा का समर्थन मिला था।
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