नई दिल्ली/- दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में प्रोफेसरों की सैलरी में कटौती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर हमलावर होने का एक और मौका दे दिया है। फंड की कमी की वजह से 30 से 50 हजार रुपए तक की हुई कटौती को लेकर भाजपा ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की ओर से ’रेवड़ी बांटने’ का असर दिखने लगा है। बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने प्रचार और रेवड़ी बांटने में खजाना खाली कर दिया है।
दिल्ली भाजपा ने ट्वीट किया, ’’प्रचार करने में रेवड़ी बांटने में ’आप’ ने छोड़ी नहीं कोई कसर। सैलरी के अभाव में शिक्षक कैसे करेंगे गुजर बसर? अब साफ दिखने लगा है ’आप’ की मुफ्त रेवड़ी नीति का असर।’’ बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने भी केजरीवाल सरकार को निशाना बनाया और कहा, ’’केजरीवाल की नीयत-नीति शराब के ठेके खोलने, भ्रष्टाचार करने में है ना की काम करने में। आम आदमी पार्टी सरकार के पास विज्ञापनों और राजनीतिक टूरिज्म के लिए पैसा है मगर शिक्षकों की सैलरी के लिए नहीं।’’
दरअसल, दिल्ली सरकार के तहत आने वाले दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में स्टाफ को सैलरी देने के लिए फंड की कमी की बात सामने आई है। कॉलेज की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर की सैलरी में से 30 हजार और प्रोफेसर के वेतन से 50 हजार रुपए रोका जा रहा है। नोटिस में फंड की कमी की बात भी कही गई है। फंड आने पर रुका हुआ पैसा देने की बात कही गई है। नोटिस के सामने आने के बाद से बीजेपी को केजरीवाल सरकार पर हमले का एक और मौका मिल गया है, जो कथित शराब घोटाले को लेकर पहले ही आक्रामक है।
रेवड़ी कल्चर पर छिड़ी हैं जंग
गौरतलब है कि ’रेवड़ी’ को लेकर भाजपा और आप में पिछले कुछ समय से जंग छिड़ी हुई है। पीएम मोदी की ओर से रेवड़ी कल्चर को देश के लिए घातक बताए जाने के बाद ’आप’ ने जनता को मुफ्त सुविधाएं देने वाली योजनाओं का बचाव किया। आप ने कहा कि जनता को मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं देना मुफ्त रेवड़ी बांटना नहीं है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने दोस्तों के कर्जे माफ कर रही है और यह रेवड़ी कल्चर है।
More Stories
‘स्त्री 2’ के मेकर्स का ऐलान: ‘स्त्री 2’ की एक टिकट खरीदने पर मिलेगा गजब का ऑफर
बहराइच में नहीं थम रहा ‘लंगड़ा भेड़िया सरदार’ का आतंक: सोते समय महिला पर किया अटैक, हालत गंभीर
सोना-चांदी के दाम में आया जबरदस्त उछाल
माकपा नेता सीताराम येचुरी का हुआ निधन, 73 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
“मदरसों में औपचारिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं…”, एनसीपीसीआर का सुप्रीम कोर्ट में जवाब
संजौली विवाद के बीच मौलवी का पत्र आया सामने, मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने की पेशकश