नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/माॅस्को/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- दुनिया भर में कोरोना वायरस की वजह से मचे कोहराम के बावजूद भी कुछ देश अपने आपसी मजबूत संबंधों के चलते एक दूसरे की मदद करने में लगे है। कुछ देश अपने मित्र देशों को आर्थिक सहायता दे रहे है तो कुछ देश दवाईयां देकर आपसी संबंधों की मजबूती को दर्शा रहे है। विश्व महाशक्ति रूस में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले और उसके कारण मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसी बीच भारत द्वारा रूस को इस बिमारी में काम आने वाली महत्वपूर्ण मेडिकल सप्लाई दिये जाने पर रूस ने अपने मित्र देश का आभार जताया है।
रूस की ओर से राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के प्रवक्ता पेस्कोव ने भारत का आभार जताते हुए कहा कि भारत के द्वारा की गई मेडिकल सप्लाई आपसी सहयोग की मिसाल है। उनकी ओर से आगे कहा गया कि भारत भी कोरोना वायरस के संक्रमण और संकट से जूझ रहा है। ऐसे समय में भी भारत के द्वारा की गई मदद का वह भारत का आभार जताता है। उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल दौर में भारत का यह फैसला दोनों देशों के मजबूत संबंधों को दर्शाता है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण जो रूस अभी तक शांत बैठा था वहां भी अब संक्रमित लोगों की संख्या और मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है।
गौरतलब है कि रूस में अब तक 32 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस जानलेवा वायरस के कारण रूस में मरने वालों की तादाद 273 हो गई है। अगर पिछले 24 घंटों की बात करें तो रूस में 41 मौतें दर्ज की गईं। इसके अलावा रूस में 4 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। यहां बता दें कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने 25 मार्च को कोरोना वायरस के सिलसिले में फोन पर बात भी की थी ओर एक-दूसरे की मदद करने की बात भी कही थी। रूस के आग्रह पर भारत मेडिकल सप्लाई रूस के लिए निरंतर बनाये हुए है। और रूस भी भारत के लिए यथा योग्य मदद करने के लिए प्रतिबद्ध बना हुआ है।
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