
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- किसान बिल को लेकर मचे बवाल के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने रबी फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को सोमवार को मंजूरी दे दी। गेहूं, चना, जौ, मसूर, सरसो और रेपसीड पर एमएसपी को बढ़ा दिया गया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला किया गया। सरकार के इस फैसले से विपक्ष का झटका लगना तय माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में इसका निर्णय लिया गया और लोकसभा में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इसकी घोषणा की। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि एमएसपी, एपीएमसी बनी रहेगी, सरकारी खरीद होती रहेगी और इसके साथ किसान जहां चाहें अपने उत्पाद बेच सकेंगे।
कृषि मंडी और एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा
हालांकि, सरकार ने रविवार को ही स्पष्ट कर दिया था कि कृषि मंडी और एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा। वहीं, कृषि से जुड़े दो बिल के पास होने के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि इस दोनों बिल के पास हो जाने से किसानों के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को केंद्र सरकार खत्म कर देगी।
किसानों का प्रदर्शन जारी
किसानों से जुड़े दो बिल को लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं, विपक्ष लगातार इन विधेयकों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन विधेयकों को किसानों के खिलाफ मौत का फरमान बताया है।
मैं देश के प्रत्येक किसान को देता हूं भरोसा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को भरोसा देते हुए कहा था, श्मैं देश के प्रत्येक किसान को इस बात का भरोसा देता हूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था जैसे पहले चली आ रही थी, वैसे ही चलती रहेगी। इसी तरह हर सीजन में सरकारी खरीद के लिए जिस तरह अभियान चलाया जाता है, वो भी पहले की तरह चलते रहेंगे।
आईये जानते है किस फसल पर कितना एमएसपी बढ़ा?
गेहूं
गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है. गेहूं के समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है. ये 2.6 फीसदी की बढ़ोतरी है. लागत मूल्य पर किसानों को 106 फीसदी का मुनाफा होगा।
चना
चना का समर्थन मूल्य 5100 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया. चना के समर्थन मूल्य में 225 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई. ये 4.6 फीसदी की बढ़ोतरी है. लागत मूल्य पर किसानों को 78 फीसदी का मुनाफा होगा।
जौ
जौ का समर्थन मूल्य 1600 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया. जौ के समर्थन मूल्य में 75 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई. ये 4.9 फीसदी की बढ़ोतरी है. लागत मूल्य पर किसानों को 65 फीसदी का मुनाफा होगा।
मसूर
मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया. मसूर के समर्थन मूल्य में 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई. ये 6.3 फीसदी की बढ़ोतरी है. लागत मूल्य पर किसानों को 78 फीसदी का मुनाफा होगा।
सरसों और रेपसीड
सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य 4650 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया. सरसों एवं रेपसीड के समर्थन मूल्य में 225 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई. ये 5.1 फीसदी की बढ़ोतरी है. लागत मूल्य पर किसानों को 93 फीसदी का मुनाफा होगा।
More Stories
राहुल की सदस्यता रद्द करने पर कांग्रेस भड़की, कहा-’यह अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला
राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म, सचिवालय ने जारी की अधिसूचना
छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं को देगी 2500 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता,
भारतीय राजनीति में एक उभरता हुआ नाम है आलोक कुमार सिंह
मशरूम उत्पादन पर 7 दिवसीय अन्तर्राज्यीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
दिल्ली के प्रगतिशील किसान को देव भूमि बागवानी अवार्ड 2019 – 2023 किया गया सम्मानित