नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना महामारी के संकट के चलते व देशव्यापी लाॅक डाउन के दौरान जिस तरह से दिल्ली में पुलिस दोहरी भूमिका निभा रही है उसकी सभी ओर प्रशंसा हो रही है। लेकिन इससे बढ़कर भी पुलिस काम कर सकती है यह कोई सोच भी नही सकता। जी हां आज जिला द्वारका पुलिस समाजसेवा को लेकर रोजाना नये आयाम गढ़ रही है। जहां पुलिसकर्मी रात-दिन लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना सड़कों पर डटे है , वहीं दूसरी तरफ जरूरतमंदों को खाना खिलाने व जरूरी सामान पंहुचाने का भी काम कर रहे है।
द्वारका जिला पुलिस की कार्यशैली को देखकर नही लगता की यह वही पुलिस है जिसको लेकर लोग तरह-तरह के आरोप लगाते थे। लाॅक डाउन के दौरान द्वारका पुलिस का जो चेहरा सामने आया है वह वास्तव में प्रंशसा के योग्य है और इसका श्रेय जिला उपायुक्त अंटो अलफोंस को जाता है जो अपने नरम हृदय में सख्त निर्णय भी बड़े ही सहज भाव से ले लेते हैं। जनसेवा की भावना व अपनी जिम्मेदारियों को लेकर द्वारका पुलिस रोजाना नये आयाम गढ़ रही है। पुलिस जिलें में जहां आपराधिक गतिविधियों पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है वहीं लाॅक डाउन के दौरान आम जन की सुरक्षा के लिए भी तरह-तरह की योजनाऐं चलाकर उन्हे सुरक्षित रखने का प्रयास कर रही है। उपायुक्त ने जिले में कोरोना महामारी के खिलाफ अभियान पूरे युद्ध स्तर पर छेड़ा हुआ है। पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी रात-दिन सड़कों पर डटकर लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए लंगर व भंडारें कर उनकी भोजन की जरूरते भी पूरी कर रहे है। हालांकि कुछ थानों के तो कर्मचारी अपनी जेब से यह खर्च उठा रहे हैं। पुलिस की इस दोहरी भूमिका की अब क्षेत्रवासी भी सराहना करते नही थक रहे हैं। पुलिस उपायुक्त ऐसा कोई अवसर नही छोड़ रहे है जिसके कारण लोगों को कोई परेशानी झेलनी पड़े। वह हर स्थिति पर नजर रखने के साथ-साथ पूरे जिले में दौरा कर यह सुनिश्चित भी कर रहे है कि कहीे किसी को कोई परेशानी तो नही या कोई शिकायत तो नही। उन्होने जिले में खाने की व्यवस्था से लेकर वरिष्ठ नागरिकों व महिलों के लिए जरूरत का सामान पंहुचाने के लिए हर थाने में एक अलग से टीम बनाई तथा बुजुर्गों व महिलाओं को अपनी जरूरतो व मैडिकल चैकअप के लिए आने-जाने में को परेशानी न हो इसके लिए महिन्द्रा लाॅजिस्टिक के साथ समझौता कर फ्री कैब सेवा का प्रबंध किया। गरीबों के लिए मास्क व सेनेटाईजर का प्रबंध करना कोई आसान काम नही था लेकिन उन्होने वह भी कर दिखाया। इस संबंध में श्री अलफोंस कहना है कि अपने स्टाफ के सहयोग के बिना वह कुछ कर ही नही सकते। जो सहयोग उनका स्टाफ करता है वह उसकी सराहना करते है। उन्होने कहा कि किसी भी योजना व निर्णय को लागू करने से पहले आला अधिकारियों व स्टाफ को साथ लेना जरूरी है तभी कोई योजना सफल हो सकती है। उन्होने कहा कि हमने जिले में अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पूरे पुलिस तंत्र को हाईटेक बनाया है जिसके दम पर अब कोई अपराधी ज्यादा देर तक पुलिस से बच नही सकता। उन्होने कहा कि हमारा ध्येय आम जन की सेवा करना है और हम भी इनमें से ही एक है। यदि हम लोगों के लिए कुछ कर रहे है तो वो भी तो हमारे अपने ही हैं। और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को सुरक्षित रखें। इसमें नया क्या है।
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