नई दिल्ली/सिमरन मोरया/- कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की भारी बिकवाली के दबाव में एलटी और रिलायंस समेत 25 दिग्गज कंपनियों के करीब छह प्रतिशत तक लुढ़कने से आज शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1062.22 अंक अर्थात 1.45 प्रतिशत की भारी गिरावट लेकर करीब तीन सप्ताह के निचले स्तर 72,404.17 अंक रह गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 345.00 अंक यानी 1.55 प्रतिशत का गोता लगाकर 22 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 21,957.50 अंक पर बंद हुआ। बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर बिकवाली हुई।
इससे मिडकैप 2.01 प्रतिशत लुढ़ककर 40,696.17 अंक और स्मॉलकैप 2.41 प्रतिशत टूटकर 45,037.83 अंक पर आ गया। इस दौरान बीएसई में कुल 3943 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2910 में गिरावट जबकि 924 में तेजी रही वहीं 109 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 43 कंपनियां लाल जबकि शेष सात हरे निशान पर बंद हुईं। विश्लेषकों के अनुसार, देश में लोकसभा के तीसरे चरण के चुनाव के बाद भी कारोबारियों और निवेशकों को चुनावी नतीजे की स्पष्ट तस्वीर नहीं दिख रही है। इसका दबाव बाजार पर बना है। साथ ही कंपनियों के वित्त वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही के कमजोर परिणाम ने भी निवेश धारणा को प्रभावित किया है। एशियन पेंट्स और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे नहीं आए हैं।
7.6 लाख करोड़ का नुकसान
शेयर बाजार में आज निवेशकों के 7.6 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। क्योंकि गुरुवार को BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 7.6 लाख करोड़ रुपये घटकर 393.73 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो एक दिन पहले 400 लाख करोड़ रुपये के मार्ग पर था।
किस वजह से आज औंधे मुंह गिरा स्टॉक मार्केट?
शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार में थोड़ी गिरावट थी, लेकिन फिर तगड़ी मुनाफावसूली के चलते बिकवाली हावी हो गई और देखते ही देखते मार्केट में बड़ी गिरावट आई। आज गिरावट की एक बड़ी वजह, बुधवार को विदेशी निवेशकों द्वारा कुल 6669.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचना शामिल है। पांच कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने कुल 15,863 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची है। इसके अलावा, कुछ कंपनियों के खराब नतीजे के कारण भी शेयर बाजार में गिरावट आई है। वहीं आज निफ्टी की एक्सपायरी भी थी, जिसका असर बाजार पर निगेटिव रहा है।
इन 6 शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
एलएंडटी के शेयर आज करीब 6 फीसदी गिरकर 3275 रुपये पर पहुंच गए। इसके अलावा, पावर फाइनेंस में 5 फीसदी, BPCL Stock में करीब 5 फीसदी, पिरामल एंटरप्राइजेज करीब 9 फीसदी, NHPC 5.26 प्रतिशत और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर में 8 फीसदी की गिरावट आई है।
हैवीवेट शेयरों में बड़ी गिरावट
सेंसेक्स में बड़ी गिरावट की वजह हैवीवेट स्टॉक में गिरावट भी माना जा रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और Larsen & Toubro (L&T) ने मार्केट गिराने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसके अलावा HDFC Bank, ITC के शेयरों में बड़ी सेलिंग देखी गई है। बैंक निफ्टी में आज 500 अंक से ज्यादा और निफ्टी एफएमसीजी में 1300 अंक गिरा है।
इनके अलावा एफआईआई की बिकवाली की वजह से शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इस वर्ष मई में अब तक एफआईआई ने 2854 करोड़ रुपए की बिकवाली की है। साथ ही मार्च से जारी बिकवाली का दौर थमा नहीं है। मई में एफ़पीआई ने अब तक बाजार से 5076 करोड रुपये निकाले हैं। इससे बीएसई में ऑटो समूह की 0.57 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर शेष 19 समूहों में बिकवाली हावी रही।
इससे कमोडिटीज 2.39, सीडी 0.88, ऊर्जा 3.23, एफएमसीजी 2.50, वित्तीय सेवाएं 1.70, हेल्थकेयर 1.91, इंडस्ट्रियल्स 2.92, दूरसंचार 1.78, यूटिलिटीज 2.59, बैंकिंग 0.87, कैपिटल गुड्स 3.37, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.27, धातु 3.13, तेल एवं गैस 3.41, पॉवर 2.46, रियल्टी 2.39 और सर्विसेज सामह के शेयर 2.07 प्रतिशत टूट गए। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.05, जर्मनी का डैक्स 0.34, हांगकांग का हैंगसेंग 1.22 और चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.83 प्रतिशत मजबूत जबकि जापान का निक्केई 0.34 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.20 प्रतिशत कमजोर रहा।
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