
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- सर्दी का मौसम आते ही बढ़ी गुड़ की मांग को देखते हुए इन दिनों बाजारों में नकली गुड़ की भरमार हो गई है। हालांकि गुड़ सर्दी में गर्माहट देने का काम करता है लेकिन नकली गुड़ खाने से हम बिमार भी पड़ सकते है। इसलिए हमे गूड़ का सोच समझकर ही सेवन करना चाहिए। वैसे भी सर्दी के मौसम में हम ऐसी कई तरह की चीजों का सेवन करते है जो हमारे शरीर को गर्म रख सके और सर्दी से बचा सकें। इसके लिए गुड़ का सेवन सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है। लेकिन जो गुड़ हम खा रहे है वह हमारे शरीर के फायदे मंद या नही इसकी जानकारी भी हमे रखनी चाहिए।
दरअसल, चीनी शरीर के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक होती है। इसलिए इसकी जगह पर गुड़ का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि ये शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है यानी शरीर में जमा सारी गंदगी को बाहर निकाल फेंकने में मदद करता है। गुड़ की तासीर काफी गर्म मानी गई है। इसलिए लोग सर्दियों में आटे का हलवा बनाते हैं और उसमें चीनी की जगह गुड़ डालते हैं, ताकि शरीर को गर्माहाट मिल सके। गुड़ हमारे शरीर को कई पोषक तत्व प्रदान करता है।
गुड़ में फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन जिंक और विटामिन- बी समेत कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी होते हैं। वहीं, सर्दियों में इसका सेवन करना तो काफी फायदेमंद होता ही है। जहां एक तरफ गुड़ सेहत को कई फायदे देता है, तो वहीं दूसरी तरफ ये हमारी स्किन के लिए भी बेहद कारगर होता है। लेकिन इसके लिए गुड़ का असली होना जरूरी है। अगर आप गुड़ को पानी में डालते हैं और वो नीचे बैठ जाता है, तो यानी वो नकली गुड़ हो सकता है और अगर गुड़ पानी में घुल जाता है तो फिर वो गुड़ असली हो सकता है।
अगर आप गुड़ की चाय बना रहे हैं और आपकी चाय फट जाती है, तो ये संकेत है कि गुड़ में जरूर केमिकल की मिलावट की गई है। असली और नकली गुड़ को पहचानने का सबसे सही तरीका है उसका रंग। जो गुड़ असली होता है उसका रंग गहरे भूले रंग का होना चाहिए, लेकिन अगर गुड़ पीले रंग का है तो समझ लीजिए कि उसमें कुछ न कुछ केमिकल मिले हो सकते हैं। वहीं, गुड़ को चखने से भी असली नकली गुड़ का पता लगा सकते हैं। चखने पर अगर गुड़ थोड़ा नमकीन लगे तो समझ लीजिए कि इसमें खनिज लवणों की उच्च मात्रा है।
बाजार में नकली गुड़ धड़ल्ले से बिकता है। ऐसे गुड़ में तीन खास तत्व रासयनिक रंग, पाउडर और सोडे की मिलावट की जाती है। इनके जरिए गुड़ को चमकदार, पीले रंग का और वजनदार बनाया जाता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके। लेकिन लोग ये भूल जाते हैं कि इस नकली गुड़ का सेहत पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। इसके सेवन से आपके पाचन तंत्र के साथ किडनी पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। इसलिए गुड़ की पहचान करना बेहद जरूरी होता है।
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