-हिमंता बिस्वा सरमा ने जासूसी का आरोप लगाया

झारखंड/नई दिल्ली/अनीशा चौहान/-   झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में राजनीति की हलचल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। चंपाई सोरेन का भाजपा में शामिल होना भाजपा के लिए एक बड़ी सफलता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

हिमंता बिस्वा सरमा का बड़ा खुलासा

इस बीच असम के मुख्यमंत्री और झारखंड के सह-प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान चंपाई सोरेन की जासूसी करवाने का आरोप लगाया है। हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि झारखंड पुलिस ने चंपाई सोरेन की जासूसी के लिए दो पुलिसकर्मियों को कोलकाता से दिल्ली भेजा था। दोनों जासूस दिल्ली के ताज होटल के उसी प्लोर पर ठहरे थे, जहां चंपाई सोरेन रुके हुए थे। दिल्ली पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने शुरू में पत्रकार बताने की कोशिश की लेकिन बाद में सच्चाई उजागर कर दी। गिरफ्तार किए गए दोनों पुलिसकर्मी झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर बताए जा रहे हैं।

चंपाई सोरेन का भाजपा में शामिल होने की प्रक्रिया

चंपाई सोरेन ने JMM छोड़ने के बाद दिल्ली में भाजपा के साथ बातचीत की कोशिश की थी, लेकिन शुरुआती प्रयास असफल रहे थे। हालांकि, अब उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय ले लिया है और 30 अगस्त को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की तैयारी में हैं। चंपाई सोरेन का भाजपा में शामिल होना विधानसभा चुनाव से पहले JMM के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। चंपाई सोरेन को झारखंड में 13-14 सीटों पर प्रभावशाली माना जाता है और उन्हें “कोल्हान का टाइगर” भी कहा जाता है।

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