नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- देशभर में भीषण गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। देश के कई शहरों में पारा 50 डिग्री तक पंहुच चुका है और गर्मी सारे रिकार्ड तोड़ रही है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी गर्मी ने लोगों का जीना बेहाल कर रखा है। इसी के चलते राजधानी जल संकट से भी गुजर रही है। बुधवार को मौसम विभाग ने दिल्ली के मुंगेशपुर में अब तक के सबसे अधिक तापमान दर्ज किए जाने की जानकारी दी। उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित मौसम निगरानी केंद्र ने कहा कि 29 मई को मुंगेशपुर का तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि, इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि सेंसर में खामी या कोई स्थानीय कारक के चलते इतना तापमान दिखा है।
आइये जानते हैं कि आखिर देशभर में तापमान कहां कितना है? दिल्ली में अधिकतम तापमान पर क्या विवाद हुआ? अभी तक अधिकतम तापमान कितना रहा? क्या आगे और बढ़ेगा पारा या राहत मिलेगी? मानसून की स्थिति क्या है?
देशभर में कहां कैसा मौसम है?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग विभाग (आईएमडी) ने 30 मई को जारी किए बुलेटिन में बताया कि पंजाब के अधिकांश हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रही। यही हाल हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में, राजस्थान, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में, ओडिशा, झारखंड के कुछ इलाकों में रहा। वहीं छत्तीसगढ़, विदर्भ, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में लू की स्थिति बनी रही। आईएमडी ने बताया कि हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, राजस्थान में 17 मई से और मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 18 मई से लू की स्थिति बनी हुई है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में रात में गर्म मौसम रहा।
मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अत्यधिक भारी वर्षा हुई। केरल और माहे, असम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड, मणिपुर में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई।
तापमान कहां कितना है?
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि 29 मई को हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 46-50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। ऐसी ही स्थिति पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भी रही।
वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश, विदर्भ के कई हिस्सों में, बिहार, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में तापमान 42-46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों और मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में यह सामान्य से 3-6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। गुरुवार को देश भर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस हरियाणा के रोहतक में दर्ज किया गया। वहीं गुरुवार को मुंगेशपुर में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। यहां 15þ आर्द्रता के साथ-साथ 14 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। गुरुवार को यहां आंशिक रूप से बादल छाए रहने का भी अनुमान है।
दिल्ली में 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान पर क्या विवाद हुआ?
देश की राजधानी दिल्ली भी भीषण गर्मी का कहर झेल रही है। बुधवार (29 मई) को उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित मौसम निगरानी केंद्र ने कहा कि 29 मई को मुंगेशपुर का तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ऐसे में यह अब तक का सर्वोच्च तापमान था। हालांकि, बाद में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा दिल्ली में इतना तापमान होना संभव नहीं है। मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी। बाद में मौसम विभाग ने बुलेटिन जारी कर इसकी वजह सेंसर में खामी या कोई स्थानीय कारण बताया।
मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में अधिकतम तापमान शहर के विभिन्न हिस्सों में 45.2 डिग्री से 49.1 डिग्री सेल्सियस तक अलग-अलग रहा। मुंगेशपुर में 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यह सेंसर में त्रुटि या स्थानीय कारक के कारण हो सकता है। आईएमडी डेटा और सेंसर की जांच कर रहा है।
मानसून की स्थिति क्या है?
मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में प्रवेश कर चुका है। आज यानी 30 मई को यह पूरे नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा, मेघालय और असम के अधिकांश हिस्सों सहित पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
आईएमडी ने अगले पांच दिनों के लिए अधिकतम तापमान का पूर्वानुमान भी बताया है। अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है और उसके बाद धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी।
अगले तीन दिनों के दौरान महाराष्ट्र और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है और उसके बाद कोई खास बदलाव नहीं होगा। वहीं देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने का अनुमान नहीं है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 30 मई से पांच दिनों तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चल सकती है। तूफान के अलावा, ईएमडी ने 2 जून को रायलसीमा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया है।
क्या तापमान घटेगा?
आईएमडी ने अपने ताजा बुलेटिन में बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण वर्षा या आंधी और अरब सागर से उत्तर-पश्चिम भारत की ओर दक्षिण-पश्चिमी हवा चलने के साथ तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आएगी। इसके कारण अगले 2-3 दिनों के दौरान लू की स्थिति में कमी आएगी।
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