
मानसी शर्मा / – पूरे देश में आज रामलला के स्वागत की तैयारी है। हर घर, हर गली, हर मोहल्ला जगमगा रहा है। पूरे देश में आज दिवाली जैसा उत्सव है। दुकानों पर दीए और पठाखे बिक रहे हैं। लोग आज अपने घरों में श्री राम ज्योति जलाकर उत्सव मनाएंगे। ये राम ज्योति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद जलाई जाएगी। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर श्री राम ज्योति कब जलाई जाएगी।
दरअसल, तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दिवाली का उत्सव प्रदोष काल में मनाया जाता है यानि सूर्यास्त के बाद जब अंधेरा होने लगता है तो उस वक्त ही उजाला करने की आवश्यकता है। आज प्रदोष काल में आपको श्री राम ज्योति जलानी चाहिए। प्रदोष काल से लेकर पूरे रात तक श्री राम ज्योति जलनी चाहिए। शुभ मुहूर्त की बात की जाए तो आज सूर्यास्त शाम 05बजकर 52मिनट पर होगा। उसके बाद से ही प्रदोष काल शुरू होगा और रात के प्रारंभ तक माना जाएगा।
सूर्यास्त बाद से जलाएं राम ज्योति
स्थान विशेष के आधार पर अंधेरा कहीं जल्दी हो सकता है और कहीं देर से। ऐसे में आपको सूर्यास्त बाद से या जब अंधेरा होने लगे, उस समय श्री राम ज्योति जलानी चाहिए। श्री राम ज्योति जलाने के समय सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र होगा। इस दौरान प्रभु राम से जो भी प्रार्थना करेंगे, वो पूरी होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए कार्य सफल सिद्ध होते हैं।
कैसे जलाएं राम ज्योति
पूजा वाले स्थान पर ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा में एक रंगोली बनाएं। रंगोली के केंद्र में सप्तधान्य रखें। फिर मिट्टी के एक दीपक में सरसों या तिल का तेल भर लें। उसमें रूई की बत्ती लगाएं। प्रभु रामलला का स्मरण करके दीपक जलाएं। फिर उसे रंगोली के केंद्र में रख दें। ध्यान रखें की दीपक रात भर जलता रहे।
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