
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- ईरान पर अमेरिका के हमले के बाद से सऊदी अरब हाई सिक्योरिटी अलर्ट पर है। हालांकि सऊदी अरब के मीडिया कम्युनिकेशन ऑफिस ने अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक कमेंट नहीं किया है। बता दें कि अमेरिका ने ईरान पर हमले से पहले ही उसे चेतावनी दे दी थी।

बता दें कि अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर बी-2 बॉम्बर से हमला कर तबाह कर दिया है। ये ठिकाने फोर्डो, नतांज और इस्फहान में हैं। ईरान पर अमेरिका की स्ट्राइक के बाद से सऊदी अरब में हाई सिक्योरिटी अलर्ट घोषित किया गया है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों से हवाले से दावा किया है कि ईरान पर अमेरिका के हमले के बाद से सऊदी अरब हाई सिक्योरिटी अलर्ट पर है। हालांकि सऊदी अरब के मीडिया कम्युनिकेशन ऑफिस ने अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक कमेंट नहीं किया है।

मिडिल ईस्ट में अमेरिकी बेस
अल जजीरा के मुताबिक, मिडिल ईस्ट में अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए अमेरिका हमेशा से प्रयासरत रहा है। इसी क्रम में उसने मिडिल ईस्ट में करीब 19 जगहों पर परमानेंट और टेंपरेरी मिलिट्री साइट बना रखे हैं। इसमें से 8 परमानेंट बेस हैं, जो बहरीन, इजिप्ट, इराक, जॉर्डन, कुवैत, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में हैं।
2025 के मध्य तक मिडिल ईस्ट में अमेरिका के करीब 50 हजार सैनिक मौजूद हैं, जो अलग-अलग बेस से ऑपरेशन के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अमेरिका ने ईरान पर हमले से पहले ही उसे चेतावनी दे दी थी।
भारतीय समयानुसार ईरान में अमेरिका का हमला सुबह 4ः30 बजे हुआ। हमले के बाद ट्रंप ने कहा कि ईरान को अब सब कुछ बंद कर देना चाहिए, वरना दूसरा हमला इससे भी बड़ा होगा। वहीं जवाब में ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बरसात कर दी है।
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