नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- विज्ञापन नीति पर किरकिरी के बाद अब दिल्ली सरकार गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर दिल्ली की आबोहवा को सुधारने की तैयारी कर रही है। जिसके तहत रविवार को नजफगढ़ में राहगीरी के माध्यम से प्रदुषण के खिलाफ जंग लड़ने की कोशिश कर रही है। यानी अब दिल्ली में योजनाओ के माध्यम से नही राहगीरी के तहत प्रदुषण की काट निकालेगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है और पटपड़गंज के बाद पहली बार नजफगढ़ में भी राहगीरी के तहत प्रदुषण के खिलाफ जागरूकता अभियान की शुरूआत की है जिसमें दिल्ली के परिवहन मंत्री व स्थानीय विधायक कैलाश गहलोत ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है। इस अवसर पर डीडीसीए के अधिकारी जैसमीन शाह, नजफगढ़ एसडीएम अमित काले, राहगीरी फाउंडेशन की सारिका सिंह, श्रीराम पब्लिक स्कूल की निदेशक प्रेमवती गहलोत व कार्यक्रम की संचालक कृष्णा वर्मा के साथ-साथ नजफगढ़ क्षेत्र से काफी संख्या में बच्चो, युवाओं, बुजुर्गो व महिलाओं ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में राहगीरी फाउंडेशन व जागोरी की टीम के साथ-साथ कई सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं ने भी भाग लिया और दिल्ली देहात के लोगों को प्रंदुषण के खिलाफ जागरूक किया।
राहगीरी के तहत कार्यक्रम का आयोजन सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक नजफगढ़ मित्राऊं रोड़ पर विधायक कार्यालय के सामने किया गया। जिसमें एक तरफ की सड़क को बंद कराकर गैरसरकारी संस्थाओं व स्कूली बच्चों ने सड़क पर रंगों के माध्यम से प्रदुषण के खिलाफ स्लोगन व चित्रकारी बनाई। कुछ जगहों पर बच्चे सड़क पर बैडमिंटन, कैरम व शतरंज खेलते भी नजर आये। वहीं कुछ जगहों पर बच्चे साइकलिंग व दौड़ लगाते भी दिखे। उधर राहगीरी मंच पर फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने पंजाबी गानोेें की धुन पर बच्चो व युवाओं को फिटनेस के तरीके बताये। ठीक सवा नो बजे मुख्यअतिथि परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत अधिकारियों के साथ साइकिल चलाते हुए मंच पर आये। इस दौरान लोगों ने मंत्री जी के साथ भारत माता की जय के नारे भी लगाये। मंच से लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि जिस समय राहगीरी के आयोजन को लेकर मीटिग चल रही थी तो उसमें यह फाइनल हुआ था कि इस बार राहगीरी का प्रोग्राम नजफगढ़ में किया जाये। हालांकि नजफगढ़ को लेकर कुछ असमंजस जरूर था लेकिन उन्होने कहा कि जो जोश नजफगढ़ के लोगों में है उतना जोश पूरी दिल्ली में नही है। उन्होने कहा कि आज नजफगढ़ मे ंपहली बार ऐसा आयोजन हो रहा है जो इससे पहले साउथ दिल्ली व नई दिल्ली में ही होता आया है। दिल्ली सरकार ने इससे पहले पटपड़गंज में राहगीरी का प्रोग्राम करवाया था और आज दूसरा प्रोग्राम नजफगढ़ में हो रहा है। उन्होने कहा कि सड़के सिर्फ वाहनों के चलने के लिए नही है इन पर चलने का पहला हक पैदल चलने वालों का है। हमे आज सबसे ज्यादा राहगीरों की सुरक्षा पर ध्यान देना है। उन्होने दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण को रोकने के लिए क्षेत्रवासियों से वाहन छोड़कर साइकिल पर चलने की अपील की। निजी वाहन छोड़कर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था या फिर शेयर योर कार योजना अपनाने के लिए कहा ताकि कम वाहन सड़कों पर निकले और प्रदुषण पर रोक लगाई जा सके। उन्होने कहा कि प्रदुषण कम करना सिर्फ सरकार की ही जिम्मेदारी नही है हमे भी इसके लिए काम करना चाहिए।
इस अवसर पर डीडीसीए के अधिकारी जैसमीन शाह ने कहा कि प्रदुषण कम करने के लिए सबसे पहले हमे अपने हिस्से का प्रदुषण कम करना होगा तभी हम दिल्ली व देश से प्रदुषण को खत्म कर पायेंगे। उन्होने कहा कि सड़के सिर्फ वाहनों के लिए नही है इन पर आप खेले, साइकिल चलाये व धूमें यह आपका अधिकार है। हालांकि अभी तक यह सुनने को मिलता था कि सड़क पर खेलने के लिए आने जाने के लिए है। लेकिन अब दिल्ली के अधिकारी व नेता सड़कों को खेल का मैदान बता रहे है और लोगों से उस पर खेलने का आहवान कर रहे है। शायद अधिकारी व मंत्री भूल गये है कि सड़के आवाजाही के लिए है खेल का मैदान नही हैं। इस राहगीरी अभियान में स्कूली बच्चों ने लोगों को प्रदुषण के खिलाफ कविताओं, नाटकों व स्लोगनो के माध्यम से जागरूक किया। जिसमें रेड लाइट ऑन तो गाड़ी ऑफ, पेड़ लगाना, निजी वाहनों का प्रयोग कम से कम करना तथा घरों में चुल्हा न जलाना, गली मोहल्लों में अलाव नही जलाना तथा कूड़ा नही जलाना आदि पर अपनी प्रस्तूति दी।
इस कार्यक्रम के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया। इस दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री स्थानीय विधायक कैलाश गहलोत ने सभी को प्रसस्ति प्रत्र व मोमेंटों देकर सम्मानित किया। साथ ही उन्होने दिल्ली सरकार और गैर सरकारी संगठनों के इस प्रयास की सराहना की। ये अलग बात है दिल्ली सरकार विज्ञापन नीति पर सुप्रीमकोर्ट तक किरकिरी झेलने के बाद अब दिल्ली सरकार फिर से राहगीरी पर उतर आई है और गैर सरकारी संस्थानों व संगठनों के माध्यम से प्रदुषण से पार पाने की कोशिश कर रही है। हालांकि सरकार और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से दिल्ली को प्रदुंषण मुक्त करने के अभियान की स्थानीय लोगों ने काफी सराहना की है। गोपालनगर निवासी संजय राठी ने कहा कि इस तरह का प्रयास नजफगढ़ में पहली बार हो रहा है। उम्मीद है कि शहरी व ग्रामीण लोग सरकार के इस प्रयास को समझेंगे। पराली को जलाने पर तो रोक लगी ही है अब परम्परागत चुल्हा जलाने पर भी रोक लगेगी। वहीं स्थानीय निवासी राजेश कुंमारी ने कहा कि सरकार के इस प्रयास को राजनीतिक दृष्टिकोण से नही देखना चाहिए। ये सरकार का व्यवहारिक पक्ष है इसमें स्थानीय लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। लोगों के इस रूझान से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली देहात के लोग भी प्रदुषण को लेकर कितने सजग व सतर्क हैं। कार्यक्रम के दौरान जागोरी संस्था व सेफ्टी टीम की निदेशक जागोरी ने महिला सुरक्षा पर अपना कार्यक्रम पेश किया। उन्होने कहा कि प्रदुषण के साथ-साथ हमे दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर भी जंग लड़नी है। जब तक हमारी बहन-बेटी सुरक्षित नही होगी तब तक सब व्यर्थ है। हमे महिलाओं के मन से डर शब्द को निकालना है तभी हमारी जीत होगी। कार्यक्रम के अंत में मंत्री कैलाश गहलोत ने हाथ जोड़कर सभी का आभार व्यक्त किया।
More Stories
कंपकपी क्यों होती है? ठंड में शरीर का यह स्वाभाविक प्रतिक्रिया समझें
मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद वाले बयान से सहमत नहीं आरएसएस..!
AAP और कांग्रेस के बीच बढ़ी तकरार, दिल्ली चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप तेज
दिल्ली देहात का नरेला इलाका बनेगा एजुकेशन हब, सरकार ने 7 नए विश्वविद्यालयों को की जमीन आवंटित
आरजेएस पीबीएच का “सकारात्मक भारत उदय” आंदोलन: प्रवासी भारतीयों के साथ 2025 की शुरुआत
कर्नाटक कांग्रेस अधिवेशन से पहले विवाद: गलत नक्शा दिखाने को लेकर भाजपा का हमला