
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- नजफगढ़ सब डिविजन के दिचाऊं कलां गांव में पर्यावरण संरक्षण को लेकर नेहरू युवा केंद्र व एसडीएम कार्यालय के सहयोग से पौधारोपण का आयोजन किया गया। गांव में पौधारोपण कार्यक्रम के आयोजन में दिचाऊं वार्ड की पार्षद नीलम कृष्ण पहलवान ने भी अपना पूरा सहयोग दिया। उन्होने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है। इस अवसर पर गांव की आरडब्ल्यूए व एनजीओं के सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों ने वृक्षारोपण किया। गावों में पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए इन दिनों प्रशासन व वन विभाग गांवों में एक व्यक्ति एक पेड़ की योजना चला रहा है ताकि पौधा रोपण में प्रत्येक ग्रामीण अपना सहयोग दे सके।
इस अवसर पर पार्षद नीलम कृष्ण पहलवान ने पेड़ पौधे लगाने की महता पर जोर देते हुए कहा कि पर्यावरण की स्वच्छता व संरक्षण के लिए पौधा रोपण बहुत जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। उन्होने वृक्षारोपण के फायदे बताते हुए कहा कि पौधे न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते है बल्कि हमे जीवनदायिनी स्वच्छ आक्सीजन भी देते है। जब तक इस धरती पर पौधों का अस्तित्व है तभी तक धरती पर जीवन है। इसलिए हमें पौधारोपण जरूर करना चाहिए। उन्होने गांव वालों को इस पौधारोपण कार्यक्रम में बढ़ चढकर भाग लेने पर उनका आभार व्यक्त किया। वहीं आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष शिव कुमार शौकीन ने बताया कि गांव में बड़े श्मशान घाट, तहलान पाने वाले श्मशान घाट, लाल पार्क और रेवाड़ी खेड़िया पार्क में ग्रामीणों द्वारा पौधारोपण किया गया। इस पौधारोपण अभियान को नजफगढ़ एसडीएम व निगम पार्षद नीलम कृष्ण पहलवान के सहयोग से किया गया। प्रशासन ने खड़खड़ी नाहर से पौधे भिजवाने का प्रंबंध किया था। जिसे लेकर रविवार को गांव में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया गया। इस मौके पर एसडीएम सतीश कुमार गुप्ता ने एक पत्र के माध्यम से ग्रामीणों को संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण प्रदुषण से धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है जिससे मानव जीवन, जीव-जंतु व पेड़ पौधों पर बुरा असर पड़ रहा है। हम सभी को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए ताकि पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, वातावरण का बदलना जैसी गंभीर समस्याओं से पौधारोपण द्वारा ही पर्यावरण को संतुलित रखा जा सकता है। इसलिए हमें अधिक से अधिक पौधारोपण कर पर्यावरण को सुरक्षित रखना चाहिए ताकि पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाया जा सके तथा पर्यावरण की हानिकारक गैसों को नियंत्रित किया जा सके।
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