
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/यूपी/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- लॉकडाउन में मजदूरों की घर वापसी के लिए राज्यों से रेल किराया लेने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बाद समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश ने ट्वीट करके कहा है कि ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की खबर बेहद शर्मनाक है। आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करने वाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ खड़ी है। इससे पहले छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने आजतक के ई-अजेंडा कार्यक्रम में मजदूरों का रेल किराया राज्यों से वसूलने के मसले को हास्यास्पद बताया था। उन्होंने कहा कि था कि मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने के लिए केंद्र सरकार को राज्यों से पैसा नहीं लेना चाहिए. ये हास्यास्पद है. केंद्र को इसमें सहायता देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि बेहतर रोजी के लिए लोग बाहर जाते हैं। इस संकट की घड़ी में उनके आने के लिए हमने केंद्र से ट्रेन के लिए बात की थी. कोटा में फंसे राज्य के छात्र बस से आए। उन्हें दो दिन का वक्त लगा और कठिनाई हुई। इसलिए हमने ट्रेन चलाने की अपील की थी। ट्रेन भारत सरकार की है और मजूदरों को लाने के लिए राज्य सरकार से केंद्र पैसा ले, ये गलत है।
किसानों के मुद्दे पर भी घेरा था यूपी सरकार को
इससे पहले अखिलेश ने किसानों के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा था. पूर्व सीएम ने कहा था कि भाजपा सरकार को किसानों के हितों की परवाह नहीं है। जिलों के अधिकारी भी किसानों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं। गेहूं और आम की फसल की हुई बर्बादी का सरकार के पास कोई ब्यौरा नहीं है. हाल ही में अखिलेश ने कोरोना से निपटने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी।
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