किसानों पत्र लिख कहा सरकार से बातचीत के लिए तैयार किसान

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728  
February 19, 2025

हर ख़बर पर हमारी पकड़

किसानों पत्र लिख कहा सरकार से बातचीत के लिए तैयार किसान

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के कई बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन आज 34वें दिन में प्रवेश कर चुका है। तमाम परेशानियों के बाद भी किसान अपनी मांगें मनवाए बिना आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं हैं। एक ओर जहां सरकार ने किसान नेताओं के साथ होने वाली बैठक की तारीख 30 दिसंबर तय की है, वहीं दूसरी ओर समाजसेवी अन्ना हजारे ने सरकार को पत्र लिख कहा है कि अगर किसानों की बात नहीं मानी गई तो वह जनवरी से आंदोलन छेड़ेंगे। इसके साथ ही बीते कई दिनों की तरह आज भी दिल्ली की कई सीमाएं और रास्ते बंद हैं।

दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने सरकार के बुधवार को दोपहर दो बजे होने वाली बैठक के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। किसानों ने कृषि मंत्रालय के सचिव को लिखित में जानकारी दी है कि, हम आपके 30 दिसंबर दोपहर दो बजे के निमंत्रण को स्वीकार करते हैं। इसमें किसानों ने कृषि कानून वापस लिए जाने और एमएसपी पर कानूनी गारंटी समेत तमाम मांगों को दोहराया है।

गाजीपुर बॉर्डर पर कलाकारों ने प्रस्तुत किया उत्तराखंड का लोक नृत्य
गाजीपुर बॉर्डर पर उत्तराखंड का लोक नृत्य प्रस्तुत करते कलाकार। यहां बड़ी संख्या में उत्तराखंड के किसान भी प्रदर्शन कर रहे हैं।

गाजीपुर बॉर्डरः किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च
गाजीपुर बॉर्डर पर आज किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च और सरकार को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। इसके बाद किसानों ने बैरिकेड पर खड़े होकर भी प्रदर्शन किया।

शरद पवार बोले- नहीं निकला बैठक में हल तो विपक्षी पार्टियां देखेंगी क्या करना है
किसान आंदोलन को लेकर शरद पवार ने कहा है कि, अगर सरकार ने 30 दिसंबर की बैठक में किसानों की बात नहीं मानी तो विपक्षी पार्टियां बैठकर यह सुनिश्चित करेंगी कि आगे क्या करना है।

चिल्ला बॉर्डर पर कृषि कानून का पुतला जलाया
चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने कृषि कानूनों के दस्तावेज के साथ ही उसका पुतला जलाया।

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर निकाली बरात
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने निकाली बरात और किया कृषि कानूनों का विरोध। इसके साथ ही यहां एक परिवार अमेरिका से आया है। इस परिवार के मुखिया सरबजीत हैं।

दिल्ली सरकार सिंघु बॉर्डर पर लगाएगी वाई-फाई
दिल्ली सरकार ने एलान किया है कि वह सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों को वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराएगी। सरकार 100 मीटर के दायरे में हॉटस्पॉट लगाएगी।

पटनाः पुलिस ने सीपीआई-एमएल पर किया लाठीचार्ज
कृषि कानूनों के खिलाफ पटना में प्रदर्शन कर रहे सीपीआई-एमएल के कार्यकर्ताओं पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

किसानों की मांगों को कानून के जरिए पूरा करे सरकार: कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार की ओर से किसान संगठनों को नए दौर की बातचीत के लिए बुलाने की पृष्ठभूमि में मंगलवार को कहा कि सरकार को मौखिक आश्वासन देने के बजाय संसद के जरिए कानून बनाकर किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने यह आरोप भी लगाया कि तीनों कृषि कानून लाना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को खत्म करने की साजिश है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान सांसद राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर आज फिर एक ट्वीट करते हुए कहा कि, युवा पर बेरोजगारी की मार, जनता पर महंगाई का अत्याचार, किसान पर ‘मित्रों’ वाले कानूनों का वार, यही है मोदी सरकार।

सरकार देखे उसे कैसे हमारा आंदोलन खत्म करना हैः किसान नेता
कृषि मंत्री के बयान पर एक किसान नेता ने कहा कि हमारा आंदोलन तो चल रही रहा है अब सरकार को देखना है कि इसे कैसे खत्म करना है। उन्होंने कहा कि इस मामले में बीच का रास्ता चुनना जिंदगी और मौत के बीच का रास्ता चुनने जैसा है जो संभव नहीं है। सरकार हमारी मांग को माने हम वापस चले जाएंगे। सरकार कानून रद्द करे और किसानों की बात माने। हमारा आंदोलन बड़ा हो रहा है इसमें आम लोग भी जुड़ रहे हैं। सरकार को आंदोलन खत्म कराने के लिए हमारी मांग माननी चाहिए।

किसानों से बैठक के पहले कृषि मंत्री ने कहा- पीएम मोदी पर कोई दबाव नहीं करेगा काम
किसानों के साथ बुधवार की बैठक से पहले कृषि मंत्री ने कहा है कि पीएम मोदी पर कोई दबाव काम नहीं करेगा। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, दुख इस बात का है कि यूपीए के समय मनमोहन सिंह जी, शरद पवार जी भी चाहते थे यह कानून (कृषि कानून) बन जाए। लेकिन दबाव और प्रभाव का सामना नहीं कर पाए, इस कारण वे यह कानून बनाने का यश प्राप्त नहीं कर पाए।

हमें हमारा हक दें, हम चले जाएंगेः किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 34वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, हमें हमारा हक दे देंगे तो हम अभी चले जाएंगे नहीं तो हम नहीं जाएंगे। पीछे 700 ट्रोलियां तैयार हैं।

सिंघु बॉर्डर पर जारी है आंदोलन
सिंघु बॉर्डर पर आज भी आंदोलन जारी है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में किसान और आम लोग आंदोलन से जुड़ रहे हैं। कई लोग तो ऐसे हैं जो रोजाना यहां आते हैं और लंगर आदि में सहायता कर वापस चले जाते हैं।

अगर कानूनों की वापसी होगी तो हम घर जाएंगेः किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 32वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, श्कल की बैठक में अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो हम प्रदर्शन करते रहेंगे, हम पीछे नहीं हटेंगे। अगर कानूनों की वापसी होगी तो हम घर जाएंगे वरना नहीं जाएंगे।श्

किसान नेताओं से सरकार को लिखा पत्र- कल की बैठक के लिए हैं तैयार, पुरानी मांगें भी दोहराईं
अन्ना हजारे ने किसानों की मांग पूरी न होने पर कही आंदोलन छेड़ने की बात
समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज पत्र लिख सरकार से कहा है कि अगर किसानों की मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वह जनवरी 2021 में आंदोलन छेड़ेंगे।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox