Delhi-Meerut RRTS: सीसीटीवी से लैस रैपिड एक्स में ट्रेन ऑपरेटर से भी कर सकेंगे बात, प्रधानमंत्री शुक्रवार को करेंगे उद्घाटन

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031  
December 23, 2024

हर ख़बर पर हमारी पकड़

Delhi-Meerut RRTS: सीसीटीवी से लैस रैपिड एक्स में ट्रेन ऑपरेटर से भी कर सकेंगे बात, प्रधानमंत्री शुक्रवार को करेंगे उद्घाटन

मानसी शर्मा /-  दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में संचालित की जाने वालीं रैपिडएक्स ट्रेन सीसीटीवी कैमरों, आपातकालीन दरवाजों और ट्रेन ऑपरेटर के साथ संवाद करने के लिए एक बटन जैसी सुरक्षा सुविधाओं से लैस होंगी। भारत के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर का प्रायोरिटी सेक्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के एक दिन बाद 21 अक्टूबर को यात्रियों के लिए खोला जाएगा। साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता वाले खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो पांच स्टेशन हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अनुसार साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक यात्रा करने के लिए यात्रियों को 50 रुपये चुकाने होंगे जबकि प्रीमियम श्रेणी के कोच में उसी रूट का किराया 100 रुपये होगा।

बता दें कि एनसीआरटीसी केंद्र सरकार और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों का एक संयुक्त उपक्रम है।  एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हर कोच में लगभग 6 सीसीटीवी कैमरे हैं और इस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुरक्षा एक प्राथमिकता है। डिब्बों में अन्य सुविधाओं में एक आपातकालीन दरवाजा, स्वास्थ्य संबंधी समस्या या अन्य प्रकार की आपात स्थिति के मामले में ट्रेन ऑपरेटर से बात करने के लिए एक बटन और आग बुझाने वाले यंत्र शामिल हैं।

 प्रीमियम कोच में रहेगा अटेंडेंट

अधिकारी ने बताया कि 6 कोच वाली इस ट्रेन के ‘प्रीमियम कोच’ में एक ट्रेन अटेंडेंट मौजूद रहेगा, लेकिन वह अन्य डिब्बों में भी घूम सकता है। आपात स्थिति में उससे संपर्क किया जा सकता है। बेहतर सुरक्षा के लिए प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर ‘प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर’(पीएसडी) मौजूद होगा। ये पीएसडी, आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और सिग्नल प्रणाली के साथ जुड़े हैं। आपातकालीन स्थिति में स्टेशन अधिकारियों से संपर्क करने के लिए यात्री प्लेटफॉर्म स्तर पर सीधे ‘हेल्प कॉल प्वाइंट’ का उपयोग कर सकते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि यात्री रैपिडएक्स कनेक्ट मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से आपातकालीन सहायता का भी लाभ उठा सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार  हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा और यह प्रीमियम कोच के बगल वाला कोच होगा। अधिकारियों ने बताया कि कोचों में सीटों को क्रमबद्ध तरीके से लगाया गया है।  साथ ही अन्य कोचों में महिलाओं, विशेष रूप से विकलांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित होंगी। अधिकारियों ने कहा कि प्रीमियम कोच में एक अलग कलर कोड वाली सीट दी गई हैं, इसके अलावा रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री-केंद्रित सुविधाएं प्रीमियम कोच में होंगी। दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला आखिरी कोच प्रीमियम कोच होगा। इसे एक स्लाइडिंग दरवाजे से बगल के कोच से अलग किया जाएगा

 प्रीमियम कोच में ये भी होंगी सुविधाएं

प्रीमियम कोच में प्रवेश केवल एक प्लेटफॉर्म पर प्रीमियम लाउंज के माध्यम से ही संभव होगा। आरामदायक गद्देदार सीटों से सुसज्जित, इसमें एक वेंडिंग मशीन होगी जहां से स्नैक्स या पेय खरीदे जा सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि प्राथमिकता गलियारे के उद्घाटन के दिन RAPIDX स्मार्ट कार्ड लॉन्च होने की उम्मीद है।

प्रत्येक स्टेशन पर कॉनकोर्स लेवल के पेड एरिया में पीने का पानी और वॉशरूम की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर स्टेशन पर महिला शौचालय में डायपर बदलने की व्यवस्था की गई है।

21 अक्टूबर से लोग कर सकेंगे यात्रा

एनसीआरटीसी को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत के पहले आरआरटीएस के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा गया है। पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  20 अक्टूबर यानि शुक्रवार को प्राथमिकता खंड का उद्घाटन करेंगे और 21 अक्टूबर से इस पर यात्रियों के लिए ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा।

इस प्रकार रहेगा  टिकटिंग मोड

आरआरटीएस में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स मोबाइल एप्लिकेशन- RAPIDX कनेक्ट के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट ले सकेंगे। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी  कार्ड- या कोई भी एनसीएमसी अनुरूप कार्ड रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में यात्रा के लिए मान्य होगा। यात्री इन कार्डों को स्टेशनों पर टिकट काउंटरों से रिचार्ज/खरीद सकते हैं। एनसीएमसी कार्ड को न्यूनतम मूल्य 100 रुपये से लेकर अधिकतम मूल्य 2000 रुपये तक रिचार्ज किया जा सकेगा।

टिकट वेंडिंग मशीनें (TVMs) नॉन-कैश पेमेंट के लिए रुपे/मास्टर/वीजा मानक के अनुरूप क्रेडिट/डेबिट/प्रीपेड कार्ड रीडर से लैस होंगी। इन मशीनों में कैश पेमेंट मोड भी होगा। पेपर क्यूआर कोड-आधारित यात्रा टिकट- टिकट वेंडिंग मशीनों या स्टेशनों पर टिकट काउंटरों से खरीदा जा सकेगा। साहिबाबाद स्टेशन पर 4, गाजियाबाद में 4, गुलधर में 2, दुहाई में 2 और दुहाई डिपो स्टेशन पर 2 टिकट वेंडिंग मशीनें उपलब्ध होंगी। प्रति यात्री सामान का अनुमत आकार और वजन: आयाम: 80 सेमी x 50 सेमी x 30 सेमी, वजन: 25 किलो निर्धारित किया गया है।
होगा लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर, ऐप पर मिलेगी जानकारी

सभी रैपिडएक्स स्टेशनों किसी भी चिकित्सीय आपात स्थिति के लिए CATS के माध्यम से एम्बुलेंस सेवा की भी व्यवस्था की जा सकेगी। प्रायोरिटी सेक्शन के लिए RAPIDX के गाजियाबाद स्टेशन पर एक ‘लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर’ बनाया गया है, जिसके काम करने का समय सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक है। खोई और पाई गई वस्तुओं की जानकारी RAPIDX कनेक्ट ऐप पर भी उपलब्ध होगी।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox