नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/-पूरे देश में विपक्ष द्वारा लगातार कृषि अध्यादेशों का विरोध जारी है वहीं अब इस खिलाफत की चिंगारी दिल्ली में भी पंहुच गई हैं और दिल्ली देहात में कृषि अध्यादेशों के समर्थन और विरोध को लेकर घमासान शुरू हो गया है। दिल्ली देहात में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि अध्यादेशों के समर्थन में प्रचार-प्रसार कर रही है और किसानों का समर्थन पाने के लिए ट्रैक्टर रैली का भी सहारा ले रही है। वहीं कांग्रेस ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा के समर्थन में रही भारतीय किसान यूनियन ने दिल्ली प्रदेश में कृषि अध्यादेशों का विरोध शुरू कर दिया है और रविवार को सांसद प्रवेश वर्मा के समर्थन में निकाली गई किसान ट्रैक्टर रैली को काले झंडे दिखाकर अपना विरोध प्रकट किया।
रविवार को भाजपा ने पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा के नेतृत्व में रावता मोड़ से कृषि अध्यादेशों के समर्थन में किसान रैला का आयोजन किया। इस रैली में नजफगढ़ निगम जोन की चेयरपर्सन सुमन डागर व भाजपा जिला अध्यक्ष विजय सोलंकी ने भी भाग लिया। रैली रावता मोड़ से आरंभ होकर, जाफरपुर, उजवा, समसपुर, पंडवाला व खड़खड़ी होते हुए झटीकार मौड़ पर समाप्त हुई। जैसे ही रैली आरंभ हुई ठीक उसी समय भारतीय किसान यूनियन दिल्ली प्रदेश के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाजपा रैली को काले झंडे दिखाये और इस बिल को किसान विरोधी करार दिया। इस मौके पर भाकियू प्रदेश अध्यक्ष विरेन्द्र डागर ने कहा कि भाजपा इन कृषि अध्यादेशों के माध्यम से किसानों के साथ छलावा कर रही है। दिल्ली में आज तक किसानों की उपेक्षा ही होती आई है। किसान बदहाल है और सांसद किसानों की सुध लेने की बजाय किसान रैली के माध्यम से अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने कहा कि दिल्ली के किसानों के लिए इससे दुखद क्या होगा कि आम आदमी पार्टी व भाजपा किसान हितैषी होने का सवांग तो रचती है लेकिन हकिकत में दोनो ही पार्टी कांग्रेस की तरह किसान विरोधी हैं। उन्होने कहा कि भाजपा को दिल्ली के किसानों को सारे अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करना चाहिए। केजरीवाल जी किसानों के लिए बात तो बड़ी-बड़ी करते है लेकिन आज तक किसानों को सब्सिडी व प्राकृतिक आपदाओं में मिलने वाले मुआवजे की सुविधा नही दे पाये है। तो कैसे इन्हे किसान हितैषी कहा जा सकता है। इस विरोध प्रदर्शन में भाकियू के मुकेश डागर, विजय डागर, बबलु, राज डागर व प्रदीप के साथ-साथ अनेकों कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर अपना विरोध प्रकट किया। क्षेत्र के कई किसान भी भाकियू के प्रदर्शन में खड़े दिखाई दिये।
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