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    एक शिक्षित बेटी संवारती है दो घर -सुमन डागर

    नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- नजफगढ़ निगम जोन कार्यालय में जोन की चेयरमैन सुमन डागर ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल करते हुए बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो बच्चों को जोन कार्यालय में सम्मनित किया। इस सम्मान में उन्होने छात्रा ऋतु व आर्यन शौकीन को एक पटका, प्रशस्ति पत्र व नगद राशि देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि एक बेटी शिक्षित होकर दो घरों को संवारती है। जिसके लिए हमे खुले दिल से बेटियों को पढ़ाना चाहिए ताकि वो अपने पैरों पर खड़ी हो सके और घर व समाज के साथ-साथ देश का उद्धार कर सके।
    यहां बता दें कि ऋतु ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किये है। ऋतु राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय सैक्टर-10 द्वारका की छात्रा है। यह स्कूल देश में प्रतिभा विद्यालयों में रैकिंग में एक नंबर पर आता है। ऋतु के पिता रेहड़ी लगाकर सब्जी बेचते है और दिन-रात मेहनत कर अपनी बेटी को पढ़ा रहे है। वहीं आर्यन शौकीन दिचाऊं गांव की रहने वाला है और वह भी इसी स्कूल का 10वीं का छात्र है। जिसने बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। इसमे सबसे बड़ी बात यह है कि आर्यन व ऋतु ने किसी बड़े स्कूल में पढ़ाई नही की है। दोनो ही शुरू से निगम स्कूल के छात्र रहे हैं। और इस मुकाम तक पंहुचने में उनकी प्राथमिक स्तर पर हुई शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान है। आर्यन के पिता एक किसान है जो बेटे की इस कामयाबी पर काफी प्रसन्न हैं।
    निगम जोन चेयरमैन सुमन डागर ने दोनो बच्चों को जीवन में बड़ा अफसर बनने का आर्शीवाद देते हुए कहा कि सम्मान से बच्चों का हौंसला बढ़ता है और उनमें आगे बढ़ने व कुछ बड़ा करने की जिज्ञासा बढ़ती है। उन्होने ऋतु के पिता को ऋतु की उच्च शिक्षा के लिए हर तरह की मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि वह उनकी आभारी है कि उन्होने बेटी की शिक्षा में कोई कमी नही आने दी। उन्होने कहा कि निगम बच्चों की हौंसला अफजाई के लिए इस तरह के सम्मान समारोह का आयोजन करता रहेगा। उनकी पार्टी की भी यहीं परंपरा रही है जिसे वह निगम में भी निभा रही हैं। सरकारी स्कूलों के बच्चों की बोर्ड परीक्षाओं में इतनी बड़ी कामयाबी दर्शाती है कि सरकारी स्कूल शिक्षा के मामले में किसी भी तरह से पीछे नहीे है। हम बच्चों की परीक्षा की शुरूआत से लेकर उनके परीक्षा परिणाम तक उनका हौंसला बढ़ाते है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अपनी मन की बात में बोर्ड परीक्षाओं पर बच्चों से बात करते हैं। और उनकी हौंसला अफजाई करते है। आज के सम्मान समारोह का आयोजन भी इसी मकसद से किया गया है कि इस सम्मान से बच्चों को एक प्रेरणा मिले और दूसरे बच्चे भी इस सम्मान के लिए मेहनत करें और आगे बढ़े। इस सम्मान समारोह में देव पब्लिक स्कूल के चेयरमैन मनजीत सिंह ने भी भाग लिया और बच्चों की हौंसला अफजाई की।

    आईएएस बनना चाहती है ऋतु
    12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली ऋतु ने कहा कि वह एक सरकारी स्कूल की छात्रा होने पर गर्व महसूस कर रही हैं। उन्होने अपनी सफलता का श्रेय अपने स्कूल को दिया है। उन्होने कहा कि आज सरकारी स्कूलों में प्राईवेट स्कूलों से अच्छी शिक्षा दी जा रही है। आज उन्होने इस सफलता से सिद्ध भी कर दिया हैं। उन्होने कहा कि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर आईएएस बनना चाहती है और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना चाहती है। ताकि गरीब घरों के बच्चे भी अच्छी शिक्षा से वंचित न रह सके। साथ ही उन्होने कहा कि वह राजनीति में भी भाग लेना चाहती है। ताकि राजनीति में फैली गंदगी को साफ किया जा सके और राजनीति को देश के प्रति उतरदायी ठहराया जा सके। उन्होने इस सम्मान का असली हकदार अपने माता-पिता को बताया जिनके कारण आज वह इस मुकाम तक पंहुची हैं। साथ ही उन्होने चेयरमैन सुमन डागर का इस सम्मान के लिए आभार प्रकट किया।

    छात्र आर्यन ने कहा डाक्टर बन करेंगे देश की सेवा
    10वीं कक्षा में 90 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले व सभी भाषाओं की जननी संस्कृत में 97 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले आर्यन का कहना है कि वह डाक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं और गरीबों का मुफ्त ईलाज करना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होने अपनी इस सफलता का श्रेय स्कूल व अपने माता-पिता को दिया है। उन्होने कहा कि बारहवीं में वह बोर्ड के टाॅपर बनना चाहते है और इसके लिए पूरी निष्ठा के साथ मेहनत करेंगे।

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