
रांची/नई दिल्ली/सिमरन मोरया/- दुमका से बीजेपी प्रत्याशी रही सीता सोरेन ने कहा कि वह सफेद पन्ने में अपने खून से लिख कर दे देंगी कि कभी झामुमो में दोबारा वापसी नहीं करेंगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान स्थानीय प्रशासन ने उनकी कोई मदद नहीं की।
“भाजपा के लोग मेरे भाई-बंधु हैं”
सीता सोरेन ने कहा कि उन्हें प्रशासनिक साजिश के तहत हराया गया है। कई जगहों पर ईवीएम को खराब दिखाया गया। सीता सोरेन ने कहा कि चुनाव में मेरी जीत हो या हार, अब भाजपा में रहना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग मेरे भाई-बंधु हैं। सीता सोरेन ने कहा कि अपने खून से भी लिखकर दे दूंगी कि अब झामुमो में नहीं जाना। उन्होंने कहा कि उनका फोकस अभी विधानसभा चुनाव पर है और उसकी तैयारी शुरू कर दी है।
बता दें कि झारखंड की हाई प्रोफाइल दुमका लोकसभा सीट पर झामुमो के नलिन सोरेन ने बीजेपी की सीता सोरेन को हरा दिया। उन्होंने कड़े मुकाबले में 22,527 वोटों से शिकस्त दी। यहां पर अंतिम चरण में 1 जून को वोट डाले गए थे। भाजपा ने इस सीट से सत्तारूढ़ महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्रीय राजनीतिक दल झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन पर भरोसा जताया था। वहीं इंडिया गठबंधन की घटक दल झामुमो के तरफ से नलिन सोरेन चुनावी मैदान में थे। दुमका लोकसभा झारखंड की हाई प्रोफाइल सीट है। इस क्षेत्र में शिकारीपाड़ा, नाला, जामताड़ा, दुमका, जामा और सारठ विधानसभा सीटें आती हैं।
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