नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी सियाशी चाल चलनी शुरू कर दी हैं लेकिन एक बार फिर बिहार में बड़ा उल्टफेर कर नीतीश कुमार बिहार की कमान अपने हाथ में रखने की तैयारी कर चुकें है। पिछले चुनाव में जेडीयू से अलग होकर आरजेडी के साथ महागठबंधन करने वाले राजनीति के धुरंधर शरद यादव की सभी चाले उल्टी पड़ गई जिसकारण उन्हे अब इस चुनाव में आरजेडी की तरफ से भी कोई अहमीयत नही मिल रही है जिसे देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि शरद यादव जेडीयू में फिर से वापसी कर घर वापसी कर सकते हैं। हालांकि अभी उनकी तरफ से कोई औपचारिक घोषणा नही हुई है लेकिन इस मामले में नीतीश कुमार व शरदयादव ने आधार बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि शरदयादव के आरजेडी के साथ जाने पर कोई बड़ा राजनीतिक उल्टफेर नही हुआ था लेकिन जेडीयू में वापसी पर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उल्टफेर हो सकता है जिसके लिए शरद यादव ने बड़े नेताओं से संपर्क साधने शुरू कर दिये हैं। वही चुनाव को देखते हुए भाजपा के नेता सितंबर के दूसरे हफ्ते से बिहार का दौरा करेंगे तो वहीं कांग्रेस भी 1-21 सितंबर तक बिहार के लिए वर्चुएल रैलियां करेंगी।
जेडीयू के कई नेता शरद यादव से संपर्क बनाए हुए हैं और उनकी पार्टी में वापसी की कोशिशें कर रहे हैं। हालांकि जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने शरद यादव की पार्टी में वापसी पर कुछ साफ नहीं कहा है लेकिन इशारों में कई बातें कह दी हैं। उन्होंने कहा कि शरद यादव समाजवादी आंदोलन के बड़े नेता हैं लेकिन उनकी पार्टी में वापसी हो रही है, इस पर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। राजीव रंजन ने कहा कि ये सब जानते हैं कि महागठबंधन में शरद यादव का दम घुटता है और अगर ऐसी स्थिति में वो कोई फैसला लेते हैं तो इससे अचंभित होने की जरुरत नहीं है। बता दें कि शरद यादव महागठबंधन का हिस्सा हैं लेकिन आरजेडी की ओर से भी उन्हें खास तवज्जों नहीं मिल रही है। ऐसे में शरद यादव की पार्टी में वापसी की संभावना बढ़ गई हैं।
बता दें कि पिछले चुनावों में नीतीश कुमार के साथ राजनैतिक मनमुटाव के चलते शरद यादव ने पार्टी से अपना रुख कर लिया था और लोकतांत्रिक जनता दल नाम से अपनी एक अलग पार्टी बना ली थी। शरद यादव के अली अनवर और कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी। पिछले कुछ दिनों से शरद यादव की तबीयत खराब चल रही है, उनका दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शरद यादव की तबीयत का हालचाल पूछने के लिए जेडीयू पार्टी के कई बड़े नेताओं ने उनसे संपर्क किया है। इसी दौरान पार्टी के नेताओं ने उनसे पार्टी में वापसी की बात की है।
इसके अलावा नीतीश कुमार की नजर आरजेडी पार्टी के परंपरागत मतदाताओं पर है। आरजेडी के कई नेता हाल ही में जेडीयू में शामिल हुए हैं, जिसमें यादव और मुस्लिम विधायक शामिल हैं। शरद यादव के पार्टी में वापस आ जाने से नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव के परंपरागत वोटर्स यानि कि यादवों के वोट बैंक को अपनी ओर खींच सकते हैं।
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