
दिल्ली/शिव कुमार यादव/- महरौली-गुरुग्राम (एमजी रोड) के सीडीआर चौक पर बृहस्पतिवार दोपहर को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बाइक सवार दो लोगों ने एसयूवी कार सवार व्यवसायी अरुण लोहिया पर ताबड़तोड़ 10 से ज्यादा गोलियां चला दीं। पुलिस को इस मामले रंजिश की संभावना लग रही है और गांव के ही किसी व्यक्ति पर वारदात का संदेह है।

महरौली-गुरुग्राम (एमजी रोड) के सीडीआर चौक पर बृहस्पतिवार को एसयूवी कार सवार व्यवसायी अरुण लोहिया की मौत की जांच में पुलिस को मौके से गोलियों के 9 खोल प्राप्त हुए हैं। मौके पर मौजूद ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने पीड़ित को उसकी कार से फोर्टीज अस्पताल पहुंचवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को संदेह है कि रंजिश के कारण गांव के ही दीपक ने अरुण की हत्या करवाई है। कुछ वर्ष पहले अरुण ने दीपक की पिटाई कर हाथ-पैर तोड़ दिए थे। दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि मृतक अरुण लोहिया परिवार के साथ आया नगर गांव में रहता था। उसका स्क्रैप का कारोबार था। वह पिता के साथ बृहस्पतिवार को साकेत कोर्ट गया था।
जहां हत्या के प्रयास की धारा में दर्ज एक मामले में उसके बयान दर्ज होने थे। दोपहर को कोर्ट से काम खत्म होने के बाद दोनों घर लौट रहे थे। जब वह एमजी रोड सीडीआर चौक पर पहुंचा तो वहां ट्रैफिक था, जिस कारण उनकी कार धीमी हो गई। तभी बाइक सवार दो आरोपियों ने उनकी कार को रुकवाया और अरुण लोहिया पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया।अरुण को सात से आठ गोलियां लगीं। वहां तैनात ट्रैफिक इंस्पेक्टर अमित कुमार ने पीड़ित को फोर्टीज अस्पताल पहुंचवाया। अरुण के पिता का आरोप है कि आरोपियों ने करीब 20 से ज्यादा गोलियां चलाई। हालांकि पुलिस को मौके से 9 खोल मिले हैं।
महरौली थाना पुलिस ने पिता के बयान पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। घटना के साथ एमजी रोड पर काफी देर तक ट्रैफिक जाम रहा।
आठ लोगों को हिरासत में लिया
दक्षिण जिला पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है। पुलिस ने आरोपी दीपक के करीब आठ परिजनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। हालांकि, आरोपियों को देर शाम तक कुछ पता नहीं लगा था।
पुलिस ने दावा किया है कि दीपक को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार दीपक व अरुण एक ही गांव के थे। इनमें गांव में दादागिरी को लेकर आपस में रंजिश रहती थी। इस रंजिश में अरुण ने करीब एक वर्ष पहले दीपक की पिटाई कर उसके हाथ-पैर तोड़ दिए थे। इस मामले में अरुण जेल गया था और छह महीने जेल में रहा था।
दक्षिण जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी दीपक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर खुद ही हत्या की है। बताया जा रहा है कि दीपक काफी समय से बदला लेने के लिए मौके की तलाश में था।
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