
उज्जैन/- पीएम मोदी ने महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल कॉरिडोर पहुंचे तो उनके साथ सीएम शिवराज भी नजर आए थे। इससे पहले उज्जैन पहुंचने पर यहां उन्होंने पहले नंदी के दर्शन किये और फिर महाकाल के दर्शन किये। पीएम मोदी ने यहां मंदिर में पूजा-अर्चना की है। जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें नजर आया है कि पीएम मोदी ने बाबा महाकाल के दर्शन किये। उस वक्त वहां मंदिर के पुजारी भी मौजूद थे।

बता दें कि आज नगर में महा महोत्सव होगा। नगर में दीपोत्सव मनाया जाएगा। महाकाल लोक प्रोजेक्ट को दो फेज में 856 करोड़ रुपए की लागत से डेवलप किया जा रहा है। 2.8 हेक्टेयर में फैला महाकाल परिसर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसमें 946 मीटर लंबा कॉरिडोर है। इसी पर चलकर भक्त गभगृह तक पहुंचेंगे।
महाकाल कॉरिडोर पहुंचे पीएम मोदी, साधु-संत भी आए नजर
महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी का काफिला कॉरिडोर पहुंचा। राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान पीएम मोदी के साथ नजर आए। कॉरिडोर के पास पीएम मोदी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते नजर आए। इस दौरान वहां साधु-संतों का जमावड़ा भी नजर आया।
महाकाल कॉरिडोरः
पारंपरिक धोती और गमछा में पीएम का अलग अंदाज,महाकाल कॉरिडर के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक धोती और गमछा पहनकर शाम छह बजे मंदिर में प्रवेश किया और गर्भगृह में महाकाल की पूजा की। मोदी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर का मंदिर उज्जैन में स्थित है। इससे पहले मोदी अहमदाबाद से इंदौर पहुंचे जहां हवाई अड्डे पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मोदी हेलीकॉप्टर से उज्जैन पहुंचे जहां प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने उनका स्वागत किया। महाकाल मंदिर पहुंचने के बाद मोदी ने भगवान शिव की पूजा के लिए गर्भगृह में प्रवेश किया।
पीएम मोदी गर्भगृह में लगभग आधा घंटा रुके,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की विधिवत पूजा अर्चना की। मंदिर के गर्भगृह में लगभग आधा घंटा रुके। इसके बाद वो वहां से बाहर निकले। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नजर आए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की विधिवत पूजा अर्चना की। मंदिर के गर्भगृह में लगभग आधा घंटा रुके। इसके बाद वो वहां से बाहर निकले। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नजर आए थे।
पीएम मोदी ने नंदी के पास बैठ कर भी की पूजा-अर्चना
महाकाल मंदिर में शीष झुकाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दोनों हाथ जोड़े मंदिर से बाहर निकलते नजर आए। महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी की शिव साधना को पूरे देश ने देखा। पीएम मोदी ने नंदी के पास बैठकर भी उनकी पूजा-अर्चना की है।
पीएम मोदी ने महाकाल को दिखाई आरती
महाकाल के सामने हाथ जोड़कर बैठे पीएम मोदी की कई तस्वीरें सामने आई हैं। मंदिर में आरती कर रहे पीएम मोदी का वीडियो भी सामने आया है। मंदिर के पुजारी भी पीएम मोदी के साथ नजर आ रहे हैं।
महाकाल मंदिर में पीएम मोदी ने की शिव साधना
उज्जैन पहुंचने के बाद पीएम मोदी महाकाल मंदिर पहुंचे। यहां पीएम मोदी शिव साधना में लीन नजर आए। महाकाल के सामने बैठ कर पीएम मोदी ने उनकी श्रद्धापूर्वक पूजा की है। इस दौरान मंदिर के पुजारी भी वहां नजर आए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजन किया। इसके बाद उन्होंने नंदी हाल में बैठकर कुछ देर ध्यान किया। महाकाल लोक लोकार्पण का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे उज्जैन में मौजूद लोगों में उत्साह बढ़ रहा है।
बेहतर डिजाइन के लिए विशेषज्ञों ने हरिद्वार, दिल्ली के अक्षरधाम मंदिरों का किया था दौरा
महाकालेश्वर मंदिर गलियारा परियोजना से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने संबंधित डिजाइन को अंतिम रूप देने के लिए वाराणसी, हरिद्वार के साथ ही दिल्ली और अहमदाबाद में अक्षरधाम मंदिरों की यात्रा की थी। एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उज्जैन स्मार्ट सिटी के तहत 856 करोड़ रुपये की यह परियोजना 2017 में शुरू हुई थी। उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार पाठक ने परियोजना के कार्यान्वयन में आई कुछ चुनौतियों के साथ ही कला एवं स्थापत्य पहलुओं सहित वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उठाए गए कदमों को पीटीआई-भाषा के साथ साझा किया।
उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की टीम के सदस्यों ने इसके लिए काशी व हरिद्वार के साथ ही दिल्ली और अहमदाबाद के अक्षरधाम मंदिरों की यात्रा की। हमने कालिदास अकादमी और संस्कृत अकादमी के विशेषज्ञों के साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के कुछ पुराने पुजारियों को डिजाइन में मदद करने के लिए साथ लिया।
महाकाल कॉरिडोरः सुरक्षा के कड़े इंतजाम
उज्जैन में सुरक्षा के सख्त प्रबंध किए गए हैं। राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह पिछले 11 दिनों से उज्जैन में ही रहकर महाकाल लोक के लोकार्पण संबंधी व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं। उनके विभाग ने 300 करोड़ रुपयों की अधिक की लागत से निर्मित इस महाकाल लोक के निर्माण में नोडल एजेंसी की भूमिका निभायी है। पीएम मोदी महाकाल कॉरिडोर को आज देश को समर्पित करने वाले हैं। यहां पीएम के अलावा उनके कैबिनेट के कई अन्य मंत्री भी नजर आएंगे। इस दौरान यहां सुरक्षा-व्यवस्था काफी कड़ी रखी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती है।
महाकाल कॉरिडोरः 865 करोड़ रुपये की लागत, 900 मीटर से अधिक लंबा गलियारा
पीएम नरेंद्र मोदी इंदौर से उज्जैन पहुंच चुके हैं। उज्जैन में उत्सव के माहौल के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यहां 856 करोड़ रुपये की लागत वाली महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना से मध्य प्रदेश की इस तीर्थ नगरी में पर्यटन को खासा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। करीब 900 मीटर से अधिक लंबा महाकाल लोक गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा।

दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला महाकाल लोककी शोभा बढ़ाएंगे। गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं। यह गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा मार्ग का मनोरम दृश्य पेश करता है।
कॉरिडोर का श्रेय लेने की होड़, भाजपा-कांग्रेस दोनों ने किये दावे
राज्य की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने दावा किया कि उज्जैन में स्थित प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के विकास और विस्तार की योजना 2019 में कमलनाथ नीत तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बनाई थी, लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा ने इस दावे को खारिज कर दिया है। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने सोमवार को दावा किया कि महाकाल मंदिर के विकास और विस्तार की योजना अगस्त 2019 में कमलनाथ नीत तत्कालीन शासन के दौरान तैयार की गई थी। उन्होंने कहा कि 300 करोड़ रुपये की इस योजना का विस्तृत ब्योरा महाकाल मंदिर के पुजारियों और मंत्रिमंडल के सदस्यों के सम्मुख रखा गया था और इसे तेजी से पूरा करने के लक्ष्य से मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय समिति भी गठित की गई थी।
वहीं, प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस दावे को खारिज करते हुए मंगलवार को मीडिया से कहा, ’’कमलनाथ जी को झूठ बोलने का शगल है। कमलनाथ जी से प्रार्थना है कि कम से कम भगवान भोलेनाथ को, महाकाल को तो बख्श देते।’’उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर के विकास का प्रस्ताव 2017 में तैयार किया गया था और इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में एक साल में तैयार की गई थी। मिश्रा ने दावा किया कि 2018 में चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए इसके लिए निविदाएं जारी की गई थीं।
महाकाल कॉरिडोर को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह
स्थानीय भक्तों के साथ ही पिछले कुछ दिनों में लंबी दूरी तय कर यहां आए श्रद्धालु महाकाल लोक गलियारे में प्रवेश करने और महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की पूजा अर्चना करने को उत्सुक हैं। इस मंदिर को देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। कोटा की एक निजी कंपनी में वरिष्ठ प्रबंधक मोहित द्विवेदी कुछ दिन पहले दशहरा के अवसर पर अपने परिवार के साथ यहां आए थे और उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि मैं आखिरी बार 2019 में, कोविड महामारी शुरू होने से पहले उज्जैन आया था। और, हालांकि, नया गलियारा अभी तक आम लोगों के लिए नहीं खुला है लेकिन हमें दूसरी तरफ से इसकी एक झलक देखने को मिली। यह एक अच्छा बदलाव है।
महाकाल कॉरिडोरः लेज़र शो ओर क्षिप्रा आरती का आयोजन
आज के इस समारोह को भव्य बनाने के लिए आज मां शिप्रा की महाआरती होगी। साथ ही रामघाट पर लेजर शो भी होगा, इसे देखने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जाएंगे।
शिप्रा आरती 21 पंडित संपन्न कराएंगे। रामघाट पर भजन संध्या, पॉवर मलखंब व आकर्षक आतिशबाजी भी की जाएगी।

200 संतों का जमावड़ा, 60 हजार लोगों के बैठने का इंतजाम
उज्जैन पहुंचने पर सबसे पहले भगवान महाकालेश्वर का पूजन करेंगे। इसके बाद ’महाकाल लोक’ का शुभारंभ कर अवलोकन करेंगे। वे कार्तिक मेला मैदान में सभा को संबोधित करेंगे। कार्तिक मेला ग्राउंड पर सभा होगी। यहां 60 हजार लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों का इंतजाम हैं। बारिश बाधा न बने, इसके लिए वॉटरप्रूफ डोम बनाया गया है।
इस दौरान गायक कैलाश खेर महाकाल गान की प्रस्तुति देंगे। 7 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करेंगे। उनका भाषण 8 बजे तक चलेगा। इसके बाद वे यहां से रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 9 बजकर 30 मिनट पर गायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुतियां देंगे। समारोह में देशभर के 200 से अधिक संतों को भी आमंत्रित किया गया है।

महाकाल लोक के शुभारंभ के बाद पीएम का संबोधन
उज्जैन पहुंचने पर सबसे पहले भगवान महाकालेश्वर का पूजन करेंगे। इसके बाद ’महाकाल लोक’ का शुभारंभ कर अवलोकन करेंगे। वे कार्तिक मेला मैदान में सभा को संबोधित करेंगे। कार्तिक मेला ग्राउंड पर सभा होगी। यहां 60 हजार लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों के इंतजाम हैं। बारिश बाधा न बने, इसके लिए वॉटरप्रूफ डोम बनाया है। इस दौरान गायक कैलाश खेर महाकाल गान की प्रस्तुति देंगे। 7 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करेंगे। उनका भाषण 8 बजे तक चलेगा। इसके बाद वे यहां से रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 9 बजकर 30 मिनिट पर गायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुतियां देंगे। समारोह में देशभर के 200 से अधिक संतों को भी आमंत्रित किया गया है।
पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपये में विकसित किया गया
प्रधानमंत्री राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 200 किलोमीटर दूर उज्जैन स्थित 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपये में विकसित किया गया है।
सैलानियों को लुभाएगा 2 भव्य प्रवेश द्वार और 108 स्तंभ
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां महाकालेश्वर मंदिर में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। नई व्यवस्था के तहत गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं। यह गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा मार्ग में मनोरम दृश्य पेश करता है। नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा।
उद्घाटन से पहले पीएम ने कही यह बात
कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ’आस्था आध्यात्म की पावन नगरी उज्जैन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है। आज शाम यहां भव्य और दिव्य श्री महाकाल लोक को राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। हर हर महादेव’
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