नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- 06 अक्टूबर 2024 को द्वारका सैक्टर 10 स्थित डीडीए ग्राउंड में द्वारका श्री रामलीला सोसायटी द्वारा आयोजित रामलीला के तीसरे दिन का मंचन अत्यधिक भव्य और दर्शनीय रहा। मुख्य संरक्षक श्री राजेश गहलोत की अगुवाई में इस रामलीला के आयोजन में हजारों की संख्या में राम भक्तों ने भाग लिया। इस दिन के प्रमुख प्रसंगों में मारीच-सुबाहु वध और अहिल्या उद्धार ने दर्शकों को आध्यात्मिक भाव से भर दिया। इसके बाद मिथिला नगरी में राम-लक्ष्मण के आगमन और राम-सीता की प्रथम भेंट ने लोगों के मन को भावविभोर कर दिया।
रामलीला का सबसे आकर्षक दृश्य शिव धनुष का टूटना था, जहां भगवान राम ने शिव धनुष उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाई और उसे तोड़ दिया। इस अद्भुत दृश्य ने पूरे आयोजन को नई ऊंचाई दी। इसके बाद लक्ष्मण और परशुराम संवाद ने दर्शकों में उत्साह और रोमांच पैदा किया। राम-सीता विवाह का दृश्य मंचन का सबसे भावपूर्ण हिस्सा रहा। भगवान राम और माता सीता के इस पवित्र विवाह को देखकर दर्शक भावविभोर हो गए। रामलीला ने श्रद्धालुओं को धर्म, संस्कृति और आस्था से जोड़ने का कार्य किया।
सुरक्षा और सुविधाएं
आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए दस हजार कुर्सियों, 70 सुरक्षा गार्ड, और 50-60 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा, मेला स्थल पर मनोरंजन के लिए विभिन्न स्टॉल्स भी लगे थे, जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे।
द्वारका श्री रामलीला सोसायटी के इस भव्य आयोजन ने द्वारका के लोगों को एक सांस्कृतिक और धार्मिक अनुभव प्रदान किया। श्रद्धालु अब आगे के मंचनों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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