
नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- राजधानी दिल्ली में आज शाम (23 मई) को चुनाव प्रचार का शोर थम गया है। बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीनों के प्रत्याशियों ने आखिरी दिन जनता को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए जनसभाएं, रैली और नुक्कड़ सभाएं कीं. अब सभी को 25 मई की सुबह का इंतजार है जब दिल्ली के मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।

दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें उत्तर पूर्व दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, नई दिल्ली और चांदनी चौक हैं। फिलहाल सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी ने उत्तर-पूर्व दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी को तीसरी बार मौका दिया है जबकि बाकी छह सांसदों का टिकट काट दिया है। सभी सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए गए हैं। राजधानी में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन है। गठबंधन के तहत कांग्रेस तीन और आप चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
सात सीटों पर इनके बीच मुकाबला
1 उत्तर पूर्व दिल्ली- मनोज तिवारी (बीजेपी) बनाम कन्हैया कुमार (कांग्रेस)

2 उत्तर पश्चिम दिल्ली- उदित राज (कांग्रेस) बनाम योगेंद्र चंदौलिया (बीजेपी)

3 पूर्वी दिल्ली – हर्ष मल्होत्रा (बीजेपी) बनाम कुलदीप कुमार (आप)

4 नई दिल्ली – बांसुरी स्वराज (बीजेपी) बनाम सोमनाथ भारती (आप)

5 दक्षिणी दिल्ली – रामवीर सिंह बिधुड़ी (बीजेपी) बनाम सही राम पहलवान (आप)

6 पश्चिमी दिल्ली- कमलजीत सहरावत (बीजेपी) बनाम महाबल मिश्रा (आप)

7 चांदनी चौक- प्रवीण खंडेलवाल (बीजेपी) बनाम जय प्रकाश अग्रवाल (कांग्रेस)

2019 चुनाव का नतीजा
चांदनी चौक पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के हर्ष वर्धन ने कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल को हराया था। उत्तर-पूर्व दिल्ली सीट पर बीजेपी के मनोज तिवारी ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित को मात दी थी। पूर्वी दिल्ली सीट पर बीजेपी के गौतम गंभीर ने अरविंद सिंह लवली को हराया था। लवली ने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की है. उस वक्त वह कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे थे। नई दिल्ली सीट पर बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस के अजय माकन को हराया था। उत्तर-पश्चिम दिल्ली पर बीजेपी के हंस राज हंस ने कांग्रेस राजेश लिलोथिया को हराया था। पश्चिमी दिल्ली पर प्रवेश वर्मा ने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को मात दी थी जबकि दक्षिणी दिल्ली पर बीजेपी के रमेश बिधुड़ी ने विजेंदर सिंह को हराया था।
चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग भी तैयार
दिल्ली में इस बार 1.5 करोड़ से अधिक मतदाताओं का वोट डालना है. जिनके लिए 2627 जगहों पर कुल 13 हजार 637 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली में हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक पिंक मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनकी जिम्मेदारी महिलाकर्मियों को दी गई है। वहीं, ऐसे मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं जिनकी जिम्मेदारी दिव्यांग कर्मचारी संभालेंगे। मतदान के दौरान सुरक्षा की बात की जाए तो सीआरपीएफ की 46 कंपनियां, 19 हजार होमगार्डों और 78578 दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया जाएगा।
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