
जापान/अनीशा चौहान/- जापान के कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन मंत्री तकु एतो ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान देकर देशभर में विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा था कि उन्हें कभी चावल खरीदने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि उनके समर्थक उन्हें इतना चावल उपहार में दे देते हैं कि वे चाहें तो उसे बेच भी सकते हैं।
उनके इस बयान के बाद जापान में भारी जनआक्रोश देखने को मिला, क्योंकि देश पहले से ही चावल की कमी और उसकी बढ़ती कीमतों से जूझ रहा है। आम जनता ने इसे संवेदनहीन और स्थिति की गंभीरता से अनभिज्ञता का प्रतीक बताया।
जनता और विपक्ष के तीखे विरोध के बाद तकु एतो ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका यह इस्तीफा प्रधानमंत्री कार्यालय ने स्वीकार कर लिया है। सरकार ने जनता को आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही चावल संकट को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
यह घटना जापान की राजनीति में यह दर्शाती है कि जनता की भावनाओं और जमीनी हकीकत से कटे हुए बयान कितनी जल्दी विवाद का कारण बन सकते हैं और नेताओं की कुर्सी तक हिला सकते हैं।
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