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  • कर्नाटक में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत, भाजपा को भारी पड़ गया 73.19 फीसदी का भारी मतदान,

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    कर्नाटक में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत, भाजपा को भारी पड़ गया 73.19 फीसदी का भारी मतदान,

    -भाजपा ने मानी हार, कांग्रेस के सामने नेतृत्व को लेकर चिंता

    नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/बेंगलुरू/शिव कुमार यादव/- कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनाएगी। शनिवार को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। वहीं अब यह चर्चा एकबार फिर तेज हो गई कि 73.19 प्रतिशत का भारी मतदान जहां कांग्रेस के लिए वरदान साबित हुआ वहीं भाजपा के लिए यह बंपर मतदान भारी पड़ गया। हालांकि आशंका भी यही जताई जा रही थी कि जब भी कर्नाटक में मतदान प्रतिशत बढ़ा है तो सत्ताधारी सरकार चली गई है और एकबार फिर वही कहानी सत्य साबित हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तिलिस्म भी भाजपा को कर्नाटक में नही बचा सका। इसका सीधा कारण भ्रष्टाचार को बताया जा रहा है। वहीं भाजपा का बजरंगबली का दांव भी कर्नाटक में फेल हो गया।
                 

       हालांकि शनिवार दोपहर 12 बजे से पहले रुझानों में ही साफ हो गया था कि कांग्रेस जीत रही है। 12 बजे कर्नाटक कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार घर की बालकनी पर आए, कांग्रेस का झंडा फहराया और कार्यकर्ताओं के सामने हाथ जोड़े। मीडिया के बीच पहुंचे तो भावुक हो उठे। कहा- जेल में सोनिया गांधी मिलने आई थीं, उनसे मैंने जीत का वादा किया था।
                   

     एक बजे के आसपास भाजपा ने हार मान ली। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सामने आए और कहा- नतीजों का एनालिसिस करेंगे, पार्टी लोकसभा चुनाव में दमदार वापसी करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम 5.19 मिनट पर कांग्रेस को जीत की बधाई दी। समर्थन करने वालों का शुक्रिया किया।
                     दोपहर 2ः30 बजे राहुल गांधी दिल्ली में मीडिया के सामने आए। 6 बार मीडिया से नमस्ते कहा और 2 मिनट का वक्त मांगा। फिर बोले- हमने नफरत से लड़ाई नहीं लड़ी। कर्नाटक ने दिखा दिया कि देश को मोहब्बत पसंद है।

    अब इलेक्शन कमीशन के नतीजे और रुझान…
    पार्टी जीते आगे कुल
    कांग्रेस 121 15 136
    भाजपा 56 8 64
    जेडीएस 18 2 20
    अन्य  4 00  4

    सीएम बोम्मई के 11 मंत्री जीते, 11 हारे… सीएम पद के तीनों चेहरों को मिली जीत
    इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े चेहरों का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा था। कांग्रेस के सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार, भाजपा के बसवराज बोम्मई प्रमुख फेस थे। ये तीनों चुनाव जीत गए। लेकिन बोम्मई और उनके 11 मंत्री जीते, 11 मंत्री हार गए। कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए भी यह बेहद अहम चुनाव था। एकतरफा जीत से पार्टी में उनका कद बढ़ेगा।

    प्रियंका हनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंचीं, भाजपा दफ्तर में निकला सांप
    काउंटिंग के बाद जब कांग्रेस की जीत के रूझान आने लगे तो प्रियंका गांधी शिमला के हनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंची। 27 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को जहरीला सांप बताया और 12 दिन बाद भाजपा के ऑफिस से सांप निकल आया।
                     

    पीएम ने बेंगलुरु में एक दिन का रोड शो प्रोग्राम दो दिन का कर दिया। वजह था शहर का ट्रैफिक। आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जश्न में खुद सीएम बसवराज बोम्मई जाम में फंस गए।

    पहली बार 73.19 फीसदी मतदान, पिछले चुनाव से 1 फीसदी ज्यादा
    राज्य में 38 साल से सत्ता रिपीट नहीं हुई है। आखिरी बार 1985 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व वाली जनता पार्टी ने सत्ता में रहते हुए चुनाव जीता था। वहीं, पिछले पांच चुनाव (1999, 2004, 2008, 2013 और 2018) में से सिर्फ दो बार (1999, 2013) सिंगल पार्टी को बहुमत मिला। भाजपा 2004, 2008, 2018 में सबसे बड़ी पार्टी बनी। उसने बाहरी सपोर्ट से सरकार बनाई।
                   

    10 मई को 224 सीटों के लिए 2,615 उम्मीदवारों के लिए 5.13 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले। चुनाव आयोग के मुताबिक, कर्नाटक में 73.19 फीसदी मतदान हुआ है। यह 1957 के बाद राज्य के चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा है।

    2018 में भाजपा को बहुमत नहीं… फिर भी सरकार बनाई
    2018 में भाजपा ने 104, कांग्रेस ने 78 और जेडीएस ने 37 सीटें जीती थीं। किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। भाजपा से येदियुरप्पा ने 17 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन सदन में बहुमत साबित न कर पाने की वजह से 23 मई को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार बनी।
                    14 महीने बाद कर्नाटक की सियासत ने फिर करवट ली। कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायकों की बगावत के बाद कुमारस्वामी को कुर्सी छोड़नी पड़ी। इन बागियों को येदियुरप्पा ने भाजपा में मिलाया और 26 जुलाई 2019 को 119 विधायकों के समर्थन के साथ वे फिर मुख्यमंत्री बने, लेकिन 2 साल बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। भाजपा ने बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया।

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