
उत्तर प्रदेश/सिमरन मोरया/- उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सिंथेटिक ड्रग्स बनाकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है। एसटीएफ ने इस गिरोह के 2 आरोपियों को अयोध्या से गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से लगभग 812 ग्राम नशीला सिंथेटिक ड्रग्स मेफेड्रान (एमडी) और इसे तैयार करने के लिए इस्तेमाल होने वाले अन्य कैमिकल बरामद हुए हैं। इन आरोपियों की पहचान अयोध्या निवासी मो. कयूम और गुजरात निवासी बिपिन बाबू लाल पटेल के रूप में हुई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यूपी एसटीएफ की टीम को बीते काफी समय से पूर्वांचल के कई जिलों में मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले अपराधियों के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी। इसी बीच एसटीएफ को महाराष्ट्र ठाणे की एएनटीएफ से इनपुट मिला की नारकोटिक्स एक्ट में वांछित मो. कयूम अयोध्या जिले व इसके आसपास छिपकर रह रहा है। यह भी जानकारी मिली कि कयूम ड्रग्स तस्करों के साथ मिलकर सिन्थेटिक मादक पदार्थ तैयार कर उसे महाराष्ट्र, गोवा समेत कई राज्यों में उसकी सप्लाई कर रहा है।
इस दौरान सूत्रों से सूचना मिली कि अयोध्या के रौनाही क्षेत्र में मारिया किड्स एंड गारमेंट के अंदर बने गोदाम में अवैध मादक पदार्थ सिंथेटिक ड्रग्स बनाने का कार्य किया जा रहा है। इस सूचना पर रविवार को कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ड्रग्स किए गए बरामद
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 812 ग्राम मेफेडॉन एमडी, 10 लीटर M.E.K. केमिकल, 2 लीटर एसीटोन, 500 मिली. BROMINE के साथ ही एमडी बनाने की फैक्ट्री और उपकरण बरामद हुए हैं। एसटीएफ की पूछताछ में सामने आया कि इन आरोपियों का मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला एक संगठित गिरोह है। ये अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) को तैयार कर उसे गोवा, मुंबई, पुणे, ठाणे समेत कई राज्यों में सप्लाई करते है।
इस गिरोह का सरगना मोहम्मद कयूम है। जो अयोध्या के रौनाही क्षेत्र के सोहावल में बने गोदाम में अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) बनाने का काम करता है। मो. कयूम रौनाही थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और साल 2021 में एसटीएफ ने 2.50 किग्रा अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) के साथ लखनऊ के इंदिरा नगर से गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है।
केमिस्ट्री से एमएससी है आरोपी
आरोपी बिपिन बाबूलाल पटेल ने बताया कि वह केमिस्ट्री से एमएससी की पढ़ाई की है। केमिकल रिएक्शन का एक्सपर्ट है और कयूम के गिरोह का मुख्य सदस्य है। वह केमिकल से एमडी को बनाता है और इस काम में स्पेशलिस्ट भी है। जांच में सामने आया कि एमपी के जम्बूआ में साल 2024 मेघनगर फरमा कैम कम्पनी से 38 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) के साथ साल 2024 में 3 आरोपी गिरफ्तार हुए थे।
बिपिन उस समय वहां से भागने में कामयाब हो गया था। इसके बाद से यह कयूम के सम्पर्क में रहकर फरारी काट रहा था। वह कयूम के लिए काम कर रहा था। बिपिन बाबूलाल पटेल ने पूछताछ में ये भी बताया कि अवैध मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) बनाने में मुख्य रूप से फारमेथाईल, फिनाइल, ब्रोमीन, टालबीन, मोनोमेथाईल कीटोन, आइसो प्रोफाइल अल्कोहल का प्रयोग होता है।
बिपिन ने कहा कि इसमें मुख्य केमिकल फारमेथाईल फिनाइल है। इसे कयूम मुंबई से 1 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से मंगवाता है। बाकी केमिकल को कानपुर की पेपरलेप कंपनी से ऑनलाइन मंगवाता है। इस तरह तैयार एमडी को कयूम देश के कई राज्यों में सप्लाई करता है। बिपिन को मेफेड्रोन (एमडी) को बनाने के लिए 2.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से पैसा मिलता था।
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