नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना महामारी के चलते लाॅक डाउन की गई दिल्ली में गरीबों व मजदूरों को खाने का सामान उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार ने राशन वितरण योजना के तहत रिलीफ पोर्टल सेवा आरंभ की थी जिसमें गरीब व मजदूर व्यक्ति सरकार की तरफ से खाने का सामान प्राप्त कर सकता है। इसके लिए उसे रिलीफ पोर्टल पर जाकर अपना पंजीयन करना होगा। लेकिन इस योजना का लाभ गरीबों को कम और दूसरे ज्यादा उठा रहे हैं जिसे देखते हुए कृषि उत्पाद मार्किट कमेटी के चयनित सदस्य हरेन्द्र सिंघल ने सराकर से इस योजना पर दोबारा विचार करने का सुझाव दिया है। ताकि गरीब व जरूरतमंद तक इस योजना का लाभ पंहुच सके।
उन्होने कहा कि दिल्ली सरकार ने राशन पाने के लिए रिलीफ पोर्टल पर जो शर्ते लगाई है गरीब उन्हे पूरा नही कर पा रहे है। नजफगढ़ क्षेत्र में ज्यादातर मजदूर अनपढ़ है और जो गरीब है उनके पास ऐसे साधन नही है जिससे वह अपना पंजीयन पोर्टल पर कर सके। ऐसे मे ंवह इस योजना का लाभ नही ले पा रहे है और उनकी जगह दूसरे लोग गलत तरीके से इस योजना को हड़प रहे है। उन्होने कहा कि सरकार को इस योजना की सफलता के लिए कुछ ऐसे इंतजाम करने चाहिए थे जिससे गरीब व मजदूर आसानी से पूरा कर सके और सही हकदार के हाथ मं राशन जाये। लोगों की माने तो अगर पंजीयन के लिए किसी साईबर कैफे पर जाते हे तो वह पंजीयन करने के पैसे मांगता है। और गरीबो ंके पास पैसे है नही। वहीं अधिकतर लोग अनपढ़ है जिसकारण वो अपना पंजीयन नही करवा पा रहे है। इससे इस योजना का लाभ उन्हे नही मिल पा रहा है। श्री सिंघल ने कहा कि इन समस्याओं को देखते हुए सरकार को अपनी योजना पर दौबारा विचार करना चाहिए ताकि गरीबों व जरूरतमंदों की सहायता हो सकें।हरेन्द्र सिंघल ने सरकार से इस योजना पर दोबार विचार करने का आग्रह किया है।
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