नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- आजकल हमारी बदलती जीवनशैली से कई तरह की शारीरिक परेशानियां सामने आ रही है जिनमें साइटिका का दर्द भी इनमें से एक है। सायटिका में पैर में असहनीय दर्द होता है। इसमें मरीज को चलने में भी परेशानी होती है। दरअसल, साइटिका एक नर्व है। जब इसमें सूजन या खिंचाव होता है, तो दर्द शुरू हो जाता है। इसी को सायटिका का दर्द कहा जाता है। इस दर्द को दूर करने के लिए कई तरह के योग आसन बताए गए हैं। इनकी मदद से साइटिका के दर्द को दूर किया जा सकता है।
सायटिका के दर्द से बचने के कौन-कौन से योगासन करने चाहिए आईये उनके बारे में जाने
भुजंगासन- इस आसन को कोबरा पोज भी कहा जाता है. यह आसन साइटिका के दर्द को दूर करने के अलावा पेट की चर्बी को भी कम करता है। इसे करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं. अपने दोनों पैरों के बीच दूरी कम रखें और गहरी सांस लेते हुए अपने ऊपरी शरीर को ऊपर की ओर उठाएं। आपकी कोहनी इस दौरान शरीर के साथ सीधी रेखा में होनी चाहिए। पैरों को इस तरह स्ट्रेच करें कि आपको अधिक खिंचाव महसूस न हो. इसके अलावा अपने सिर को जितना हो सके ऊपर की तरफ उठाएं. इसे 3 से 4 बार करें।
अपानासन योग- इस आसन की शुरुआत करने के लिए समतल जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों पैरों को घुटनो से मोड़ लें. फिर धीरे से सांस छोड़ते हुए दोनों घुटनो को छाती की ओर लाने का प्रयास करें। इसके बाद अपने दोनों हाथो से घुटनो को पकड़ लें. मगर ध्यान रखें कि आपके कंधे जमीन पर ही टिके हुए हों। कुछ देर इसी स्थिति में रहें। फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।
अधोमुख श्वान आसन- इस आसन को करने के लिए पहले दोनों हाथ और घुटनों के बल जमीन पर लेट जाएं। इसके बाद सांस खींचते हुए अपने पैरों और हाथों के बल शरीर को उठाएं और टेबल जैसी आकृति बनाएं. अब शरीर के पिछले हिस्से को ऊपर की ओर उठाइए। इसके साथ-साथ अपने दोनों घुटनों और हाथों को भी सीधा कर लें। इस आसन के अभ्यास के दौरान कंधे और हाथ एक सीध में रहने चाहिए. पैर हिप्स की सीध में रखें। ध्यान रखें कि आपके दोनों हाथ की हाथेलियां फैली हुई हों। अब कुछ देर तक इसी अवस्था में रहें।
सुप्त पादांगुष्ठासन- यह आसन साइटिका की समस्या में बहुत आराम देता है। इसे करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों को फैला कर लेट जाएं। अब अपने एक पैर को उठाएं. इसके बाद एक ऐसा कपड़ा लें, जो लंबाई में काफी बड़ा हो। इसके बाद इस कपड़े को अपने पैर के पंजे में डाल कर हाथो में अच्छे से पकड़ लें। अपने पैर को धीरे-धीरे स्ट्रेच करें। अब अपने घुटने को बिना मोड़े ही पैर को अपने सिर की ओर लाने का प्रयास करें। कुछ देर तक इसी अवस्था में रहें।
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