नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन औवैसी ने शिया वक्फ बोर्ड की फटकार के बाद अपना विरोध का रूख बद लिया है। उन्होने एक बार फिर कथित गोरक्षकों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। लोकसभा सांसद ने एक ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गोरक्षकों का आतंक मुसलमानों को भय में रहने को मजबूर कर रहा है। इससे पहले भी ओवैसी हिन्दू-मुस्लिम एकता को अपने तीखें बोलों से तोड़ने का प्रयास करते रहे हैं।
औवैसी ने ट्वीट में कहा, गोरक्षकों का आतंक मुसलमानों को भय की जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर रहा है। ऐसी भीड़ को तुरंत मुकदमा चलाकर उन्हें सजा दी जानी चाहिए था। जबकि, ऐसा करने की बजाय केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों ने इन्हें मालाएं पहनाईं और बाकी लोगों के साथ मुकदमों में गड़बड़ियां की गईं, जिससे वे बरी हो गए। जाहिर है, इसी वजह से उनकी हिम्मत बढ़ी। औवैसी ने केंद्र पर भी निशाना साधा और साथ ही कथित भीड़ से पीड़ित लोगों को न्याय मिलने में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए।
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होने पर भी सवाल उठाए थे। औवैसी ने कहा था कि भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेना संवैधानिक कदम नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की कामयाबी सेक्युलरिज्म की हार है। औवैसी ने इसे हिंदू राष्ट्र की नींव रखने की संज्ञा दी। इसके अलावा औवैसी ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक के शामिल होने को लेकर भी सवाल किए।
औवैसी के राम मंदिर निर्माण को लेकर उठाये गये सवाल पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने उन्हें जवाब दिया। रिजवी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कि हिंदुओं के लिए ही था. उन्होंने ओवैसी पर सांप्रदायिक राजनीति करने के आरोप लगाए. साथ ही कहा कि ओवैसी को अब हिंदू-मुस्लिम की राजनीति बंद कर देनी चाहिए।
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