नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दुनिया जब कोरोना वायरस से उबरने की कोशिश कर रही थी, तभी एक नए वायरस MPOX ने चिंता बढ़ा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वायरस को लेकर ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। MPOX, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, अफ्रीका के 13 देशों में तेजी से फैल रहा है और अब तक इससे 524 लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में पाकिस्तान में भी MPOX का पहला मामला सामने आया है। सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की पहचान और निगरानी शुरू कर दी है।
MPOX क्या है?
MPOX एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थो पॉक्स वायरस जींस के मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। यह चेचक के समान वायरस परिवार से संबंधित है और इसकी पहचान पहली बार 1958 में बंदरों में की गई थी।
MPOX कैसे फैलता है?
MPOX संक्रमण मुख्यतः संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क से फैलता है। यह त्वचा के घावों, मुंह या जननांगों के संपर्क से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। दूषित वस्तुओं, जैसे कपड़े या लिनेन, और संक्रमित जानवरों के काटने, खरोंचने से भी यह संक्रमण फैल सकता है।
लक्षण कितने समय तक रहते हैं?
वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर MPOX के लक्षण दिखने लगते हैं। आमतौर पर लक्षण दिखने से पहले 3 से 17 दिन का समय लगता है।
MPOX का इलाज क्या है?
MPOX के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) लक्षणों के उपचार के लिए दवा की सलाह देता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने पर, मरीज सामान्य देखभाल के साथ भी ठीक हो सकता है।


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