नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/चंडीगढ़/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- छात्र संगठन इनसो के पदाधिकारियों ने ऑनलाइन पढ़ाई और नए सत्र के दाखिलों में छात्रों को आ रही दिक्कतों पर चर्चा की है। एक ऑनलाइन मीटिंग में इनसो जिलाध्यक्षों ने फिलहाल एजेकुशन लोन का ब्याज माफ करने, ऑनलाइन परीक्षाओं की व्यवस्था को दुरुस्त और स्पष्ट करने, छात्राओं की फीस माफ करने और एडवांस फीस ना लिए जाने जैसे विषयों पर चिंताएं संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चैटाला के सामने रखी। दिग्विजय ने चैटाला ने कहा कि सभी दिक्कतों पर सरकार से बात की जाएगी और छात्रों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
                                     इस ऑनलाइन बैठक में इनसो के सभी जिला प्रधानों ने अपने-अपने क्षेत्र के बारे में फीडबैक देते हुए कोरोना महामारी के दौरान बने हालतों के बारे में बताया। मुख्य रूप से सभी ने छात्रों से जुड़े कई विषय दिग्विजय चैटाला के आगे रखे जिनमें लॉकडाउन के चलते कॉलेजों-विश्वविद्यालयों में प्रभावित हो रही शिक्षा, ऑनलाइन स्टडी, छात्रों की परीक्षा समेत अन्य छात्रों की सुविधाओं के बारे में चर्चा की गई। इस बैठक में इनसो के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देसवाल व जेजेपी प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह भी मौजूद रहे। बैठक में इनसो के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देसवाल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण कॉलेजों, विश्वविद्यालयों व अन्य संस्थानों में छात्रों की शिक्षा व परीक्षाएं खासी प्रभावित हो रही है, हालांकि सरकार ने इस संकट के समय में ऑनलाइन स्टडी की दिशा में जरूर कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन स्टडी को ग्रामीण क्षेत्रों और खासकर उन युवाओं जिनके पास स्मार्ट फोन और इंटरनेट की सुविधा नहीं है, उन तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों को शामिल करके सरकार को राज्य स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाना चाहिए ताकि ऑनलाइन स्टडी को मॉनिटर करते हुए उसे और बेहतर किया जा सके। वहीं उन्होंने कहा कि छात्रों की परीक्षाओं का भी सरकार कोई हल निकाले। जिस पर इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चैटाला ने कहा कि इन सभी विषयों के बारे में वे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला से बातचीत करके प्रदेश सरकार तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। इसके अलावा इनसो के युवाओं ने रक्तदान शिविर लगाने का भी आग्रह किया ताकि वे खुद और अन्य जागरुक युवा मेडिकल संकट के इस वक्त में रक्तदान कर लोगों के काम आ सकें। युवा छात्र नेताओं ने मांग रखी कि फिलहाल एजुकेशन लोन की किस्तों और ब्याज को स्थगित कर देना चाहिए ताकि मध्यम वर्गीय और गरीब परिवारों पर बोझ ना पड़े। साथ ही मांग रखी गई कि छात्रों के लिए कॉलेज और युनिवर्सिटी की फीस माफ करने की घोषणा को अमल में लाया जाए। इसके अलावा दूसरे राज्यों और विदेशों में फंसे हरियाणा के छात्रों को वापिस लाने के लिए भी जल्द प्रयास किए जाने की मांग इनसो नेताओं ने रखी। छात्र नेताओं ने ये भी बताया कि कुछ संस्थान नए सत्र की पूरी फीस शुरू में ही लेना चाहते हैं जिस पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि एडवांस फीस का बोझ इस साल युवाओं पर बिल्कुल ना डाला जाए। दिग्विजय चैटाला ने कहा कि संकट के इस समय में सभी क्षेत्रों में कार्य प्रभावित हुए है लेकिन इसके बावजूद सरकार प्रदेश में वापस हालात सामान्य करने में जुटी हुई है। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि सरकार छात्रों के भविष्य को लेकर पूरी तरह गंभीर है।
                                      दिग्विजय चैटाला ने कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों की सहायता के लिए जारी हेल्पलाइन के लिए कार्य कर रहे इनसो के युवा साथियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में इनसो से जुड़े युवा प्रदेशभर में अपनी हेल्पलाइन के जरिये राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि सभी साथी बढ़-चढ़ कर जरूरतमंदों तक राशन आदि आवश्यक समान पहुंचाने के साथ-साथ सेनेटाइजर, मास्क आदि बांटकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को और मजबूत करने का कार्य कर रहे है, जिसके लिए सभी साथी बधाई के पात्र है। दिग्विजय ने आगे अपील की कि कोरोना महामारी से प्रदेश को मुक्त करने तक हमें इसी तरह यह कार्य जारी रखना है। वहीं बैठक अन्य राज्यों में फंसे छात्र व अन्य लोगों को वापस अपने प्रदेश लाने का मुद्दा भी उठा। जिस पर दिग्विजय चैटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर अन्य राज्य में फंसे लोगों को अपने प्रदेश ला रही है। इसके लिए सरकार ने बकायदा वेबसाइट भी जारी कर रखी है। उन्होंने अपील की कि इनसो नेता इस बारे में सभी को जागरूक करें।

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