नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना संकट के कारण हुए लॉकडाउन में भारतीय अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। लेकिन अब धीरे-धीरे हालात सुधरने लगे हैं और देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगी है। इस बात की तस्दीक माल एवं सेवा कर का ताजा कलेक्शन कर रहा है। गौरतलब है कि गुड्स एंड सर्विसेज टेैक्स कलेक्शन का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा है। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार गया है। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि 31 अक्टूबर, 2020 तक दाखिल किए गए कुल जीएसटीआर-3बी रिटर्न की संख्या 80 लाख पर पहुंच गई है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अक्टूबर, 2020 में कुल जीएसटी कलेक्शन 1,05,155 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी का हिस्सा 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी का 5,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी का 52,540 करोड़ रुपये (इसमें वस्तुओं के आयात पर 23,375 करोड़ रुपये का कलेक्शन भी शामिल है, और 8,011 करोड़ रुपये का उपकर (932 करोड़ रुपये आयातित वस्तुओं पर) शामिल है।
अक्टूबर, 2020 में जीएसटी कलेक्शन पिछले साल के समान महीने से 10 प्रतिशत अधिक रहा है। अक्टूबर, 2019 में जीएसटी कलेक्शन 95,379 करोड़ रुपये रहा था। कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा लगातार कई माह तक एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे रहा था।
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