नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/उत्तरप्रदेश/मनोजीत सिंह/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- कोरोना वायरस के चलते दे उत्तरप्रदेश में अब सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है। सरकार ने बहराइच में क्वारंटाइन खत्म होने के तुरंत बाद 17 विदेशी जमातियों को जेल भेज कर यह संदेश भी दे दिया कि कानून का उल्लंघन करने वालों की किसी भी तरह से बख्सा नही जायेगा और हर हाल में उपद्रवियों के खिलाफ सीधी कार्यवाही की जायेगी।
यूपी सरकार ने प्रदेश में जमातियों व उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कदम उठाये है। जिसके तहत पहली घटना में कानपुर में महिला स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ छेड़छाड़ करने वाले सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सरकार इनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही करने का भी मन बना रही है। दूसरी घटना मंे बहराइच में क्वारंटाइन खत्म होते ही सरकार ने 17 विदेशी जमातियों को जेल भेज दिया है। उनकी गिरफ्तारी वीजा व पासपोर्ट नियमों के उल्लंघन के मामले में की गई है। इनमें से अधिकतर थाईलैंड व इंडोनेशिया के मूल निवासी हैं। तीसरी घटना में लखनऊ के हज हाउस को क्वारंटाइन सैंटर बनाया गया था और अब सरकार ने आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी को क्वारंटाइन सैंटर बनाने का निर्णय लिया है। खबर यह भी है कि यूपी में जहां-जहां जमातियों के आने-जाने की संभावना बनी है। उन क्षेत्रों को योगी सरकार ने हाॅट-स्पाट्स घोषित कर सील किया जा रहा है। सरकार ने यूपी में यह भी निर्णय लिया है कि निजामुद्दीन में जेहादी जमात को आॅर्गेनाइज करने वालो में से जो वायरस से पीड़ित है और जिनका क्वारंटाइन चल रहा है उसका खर्च भी सरकार उन्ही से वसूल करेगी। यूपी सरकार के इन निर्णयों से विपक्ष में जरूर हलचल है लेकिन पूरा देश यूपी में कोरोना से लड़ाई के लिए उठाए जा रहे कदमों की सराहना भी कर रहा है। यूपी का कोरोना ग्राफ बता रहा है कि 23 करोड़ की आबादी के बावजूद भी यूपी ने अपने आपको किस तरह से सुरक्षित रखा है अपने आप में दूसरे राज्यों के लिए एक मिसाल बन गई है। सरकार का कहना है कि प्रदेश में धर्म के नाम पर नही कानून के साथ काम किया जाता है। कोरोना की इस लड़ाई में प्रदेशवासियों को सुरक्षित रखने का काम सरकार का है और सरकार पूरी तरह से कानून के दायरे में उपद्रवियों व अपराधियों से निपट रही है। रही बात जमातियों की तो सरकार जमातियों के प्रति कोई ढीला रवैया नही अपनाये हुए है। उन्हें क्वारंटाइन करने व उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के प्रशासन को निर्देश दिये गये। लेकिन अगर कोई स्वास्थ्य कर्मियों, महिलाओं व पुलिस के खिलाफ इस संकट की घड़ी में गलत व्यवहार करेगा तो उसे बख्सा नही जायेगा और सरकार उन पर सीधी कार्यवाही करेगी।
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