बसपा भाजपा की अघोषित प्रवक्ता- प्रियंका गांधी

स्वामी,मुद्रक एवं प्रमुख संपादक

शिव कुमार यादव

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी

संपादक

भावना शर्मा

पत्रकार एवं समाजसेवी

प्रबन्धक

Birendra Kumar

बिरेन्द्र कुमार

सामाजिक कार्यकर्ता एवं आईटी प्रबंधक

Categories

June 2023
M T W T F S S
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
2627282930  
June 7, 2023

हर ख़बर पर हमारी पकड़

बसपा भाजपा की अघोषित प्रवक्ता- प्रियंका गांधी

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/जयपुर/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- राजस्थान के राजनैतिक संकट पहले कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है और सीएम को इस संकट से निकलने का कोई रास्ता नजर नही है। वहीं सचिन पायलट के बाद पहले भाजपा कांग्रेस की उलझने बढ़ रही थी तो अब मैदान में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी भी आमने-सामने आ गई हैं। बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर वार किया था तो अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पलटवार करते हुए बसपा को भाजपा का अघोषित प्रवक्ता करार दिया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर बीसएपी पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी की है। लेकिन ये केवल व्हिप नहीं है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट है।
इससे पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को लपेटे में लिया था, मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार धोखा दिया है और धोखे से ही बसपा विधायकों को अपनी पार्टी में लिया है। मायावती ने कहा कि बसपा इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी, अगर कांग्रेस की सरकार गिरती है तो इसके लिए अशोक गहलोत ही जिम्मेदार होंगे।
बता दें कि पहले भी कांग्रेस महासचिव प्रियंकां गांधी वाड्रा और मायावती के बीच ट्विटर वॉर छिड़ चुका है और प्रियंका गांधी कई बार मायावती को भारतीय जनता पार्टी का अघोषित प्रवक्ता बता चुकी हैं। दरअसर, बसपा ने अपने छह विधायकों को व्हिप जारी कर कहा कि वो कांग्रेस के खिलाफ वोट करें, हालांकि ये विधायक छह महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इस मामले को लेकर एक याचिका हाईकोर्ट में खारिज हो गई है लेकिन मायावती इस मामले को कोर्ट के माध्यम से सुलझाना चाहती हैं, इसलिए बसपा की ओर से राजस्थान हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की जाएगी। बता दें कि कांग्रेस के पास बहुमत की कमी थी लेकिन बसपा के छह विधायकों ने अपनी पार्टी बदल दी थी, जिसके बाद कांग्रेस का पलड़ा भारी हो गया था।

About Post Author

Subscribe to get news in your inbox