1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘वैश्विक विकास में आसियान क्षेत्र की अहम भूमिका है. वसुधैव कुटुंबकम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ यही भावना भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम है. 21वीं सदी एशिया की सदी है. मुझे विश्वास है कि आज हमारी बातचीत से भारत और आसियान क्षेत्र के भावी भविष्य को और सुदृढ़ बनाने के लिए नए संकल्प लिए जाएंगे.’
2. पीएम मोदी ने कहा कि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का केंद्रीय स्तंभ है. भारत की इंडो-पैसिफिक पहल में भी आसियान क्षेत्र का प्रमुख स्थान है. वैश्विक अनिश्चितताओं के माहौल में भी हर क्षेत्र में हमारे आपसी सहयोग में लगातार प्रगति हो रही है.
3. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमारी साझेदारी चौथे दशक में प्रवेश कर रही है. ऐसे में भारत आसियान समिट को को-चेयर करना मेरे लिए बहुत ही प्रसन्नता का विषय है. इस समिट के शानदार आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति विडोडो का मैं अभिनंदन करता हूं और उनका आभार व्यक्त करता हूं. आसियान समिट की अध्यक्षता के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई.’
4. पीएम मोदी ने कहा कि इस साल आसियान समिट की थीम है आसियान मैटर्स: एपिसेंट्रम ऑफ ग्रोथ. आसियान मैटर्स क्योंकि यहां सभी की आवाज सुनी जाती है और आसियान एक एपिसेंट्रम ऑफ ग्रोथ. वैश्विक विकास में आसियान की अहम भूमिका है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21 सदीं एशिया की सदी है, हम सबकी सदी है. इसके लिए आवश्यक है कि हम रूल्ड बेस्ड पोस्ट कोविड वर्ल्ड ऑर्डर का निर्माण और मानव कल्याण के लिए सबका प्रयास.
5. पीएम मोदी ने कहा कि फ्री एंड ओपन इंडो पैसिफिक की प्रगति में और ग्लोबल साउथ की आवाज को बुलंद करने में हम सबके साझे हित हैं. मुझे विश्वास है कि आज हमारी बातचीत से भारत और आसियान क्षेत्र के भावी भविष्य को और सदृढ़ बनाने के लिए नए संकल्प लिए जाएंगे.
6. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा इतिहास और भूगोल भारत और आसियान को जोड़ते हैं. साथ ही साझा वैल्यूज, क्षेत्रीय एकता, शांति, समृद्धि, और मल्टीपोलर वर्ल्ड में साझा विश्वास भी हमें आपस में जोड़ता है.
7. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले साल हमने भारत-आसियान फ्रेंडशिप ईयर मनाया और आपसी संबंधों को एक कोंप्रेहेंसिव स्ट्रटेजिक पार्टनरशिप का रूप दिया. आज वैश्विक अनिश्चितताओं के माहौल में भी हर क्षेत्र में हमारे आपसी सहयोग में लगातार प्रगति हो रही है. यह हमारे संबंधो की ताकत और रेसिलिएंस का प्रमाण है.
8. पीएम मोदी ने कहा कि भारत आसियान केंद्रीयता और इंडो-पैसिफिक पर आसियान के रुख का पूर्ण समर्थन करता है. भारत की इंडो-पैसिफिक पहल में भी आसियान क्षेत्र का प्रमुख स्थान है.
9. कंट्री को-ऑर्डिनेटर सिंगापुर आगामी अध्यक्ष लाओ पीडीआर और आप सभी के साथ भारत कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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