
नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- दिल्ली पंचायत संघ ने पब्लिक स्कूलों में नर्सरी दाखिले को लेकर दिल्ली सरकार से मांग की कि गांवों के बच्चों को गांवों की जमीन पर बने पब्लिक स्कूलों में सो फीसद आरक्षण के साथ दाखिला मिले। और जिस कॉलोनी व सेक्टर के अंदर स्कूल है उनके सभी बच्चों को दाखिला मिलना चाहिए।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा की जिन पब्लिक स्कूलों ने स्कूल से लेकर 12 किलोमीटर दूरी तक दाखिले की प्रक्रिया में शामिल किया है। दिल्ली सरकार व शिक्षा विभाग इस दूरी को तुरंत कम करें। और स्कूल से 3 किलोमीटर और उसके बाद 5 किलोमीटर तक की दूरी तक ही दाखिले को प्राथमिकता होनी चाहिए। दिल्ली के बिगड़ते हालात बढ़ता जाम और प्रदूषण से सरकार व शिक्षा विभाग को छोटे मासूम बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। सभी छोटे बच्चों के दाखिले 0 से 3 किलोमीटर की परिधि में होने चाहिए।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा की दिल्ली की वर्तमान सरकार जहां शिक्षा मॉडल की बात करती है। वहीं पिछले 10वर्षो में छोटे मासूम बच्चो को उनके घर के नजदीक जिसमें स्कूल से तीन किलोमीटर की दूरी तक दाखिले की व्यवस्था नहीं करा पाई ओर उनके खेलने के लिए मैदान उपलब्ध कराने में नाकाम रही है। बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। सरकार को तुरंत इस पर एक्शन लेना चाहिए। दिल्ली देहात गांव गरीब ग्रामीण किसानों के बच्चें उनकी ही जमीन पर बने पब्लिक व सरकारी स्कूलों में पढ़ने से वंचित रह जाते हैं। दिल्ली सरकार इनके बच्चों का नजदीक व इनकी भूमि पर बने स्कूलों में सो फीसद दाखिले को लेकर तुरंत इस सत्र से नियम लागू करें।
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