नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/मियामी/शिव कुमार यादव/- सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स घर ले जाने के आरोपी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मंगलवार दोपहर (भारत में मंगलवार देर रात) मियामी के कोर्ट रूम में पेश हुए। करीब 45 मिनट चली सुनवाई के दौरान ट्रम्प ने सभी आरोप को नकारते हुए खुद को बेकसूर बताया। उनके वकील ने ट्रम्प पर लगे सभी 37 आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया।
कोर्ट रूम में सुनवाई के बाद ट्रम्प बेडमिंस्टर गोल्फ क्लब पहुंचे। यहां उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया। ट्रम्प ने कहा- आज अमेरिका के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब राष्ट्रपति ने अपनी ताकतों का इतना गलत इस्तेमाल किया। राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठे एक भ्रष्ट नेता ने झूठे आरोपों के आधार पर अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी को गिरफ्तार करवाया, जबकि वो खुद और कई पूर्व राष्ट्रपति इस मामले में दोषी हैं।
ट्रम्प बोले- मैंने सब सही किया, मुझे फंसाया गया
ट्रम्प ने कहा- मैंने सब कुछ सही किया लेकिन फिर भी उन्होंने मुझ पर क्रिमिनल चार्ज लगा दिए। मुझ पर जासूसी ऐक्ट के तहत आरोप तय किए गए हैं। इस ऐक्ट का इस्तेमाल जासूसों और देशद्रोहियों के खिलाफ होता है, न कि किसी पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ।
चार्जशीट में प्रेसिडेंशियल रिकॉर्ड ऐक्ट का जिक्र तक नहीं है जो कि एक सिविल ऐक्ट है। पूर्व राष्ट्रपति होने के नाते मुझे कानूनी तौर पर पूरा हक है कि मैं ये फाइलें अपना साथ ले जाऊं। इसके अलावा ट्रम्प ने राष्ट्रपति जो बाइडेन, बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन पर भी ऐसे डॉक्यूमेंट्स साथ ले जाने का आरोप लगाया।
सुनवाई के बाद क्यूबा के रेस्टोरेंट में मनाया बर्थडे
अमेरिका के इतिहास में ट्रम्प ऐसे पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं, जिन्हें इतने फेडरल चार्ज में अदालत के सामने पेश होना पड़ा। बहरहाल, सुनवाई के बाद ट्रम्प को घर जाने की मंजूरी मिल गई। वो कोर्ट से निकले और कुछ दूरी पर बने क्यूबा के एक मशहूर रेस्टोरेंट में पहुंच गए। यहां उनके समर्थकों ने जश्न मनाया और ट्रम्प को बर्थडे भी विश किया। दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति का 14 जून को जन्मदिन है।
कोर्ट में क्या हुआ
मियामी कोर्ट में पुख्ता सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स थे। इसके बावजूद ट्रम्प के हजारों समर्थक कोर्ट के बाहर और सड़क के दोनों तरफ मौजूद थे। ट्रम्प जब पहुंचे तो कोर्ट मार्शल्स (कोर्ट पुलिस) ने उन्हें कस्टडी में लिया। इसके बाद उनके फिंगर प्रिंट लिए गए। चंद मिनट बाद वो इन्हीं मार्शल्स की निगरानी में जज के सामने पेश हुए और जज के इशारे पर सामने रखी बेंच पर बैठ गए। ट्रम्प के वकील टॉड ब्लैंचे ने 15 मिनट तक दलीलें पेश कीं।
जज ने तमाम दलीलें सुनने के बाद ट्रम्प को घर जाने की मंजूरी दे दी। इस केस में ट्रम्प के एक सहयोगी वॉल्ट नॉटा भी आरोपी हैं। जज ने दोनों को केस पर कोई चर्चा न करने और गवाहों से भी कोई कॉन्टैक्ट न करने का आदेश दिया है।
पासपोर्ट सरेंडर नहीं करना होगा
जस्टिस डिपार्टमेंट ने अदालत से कहा कि ट्रम्प और उनके सहयोगी का पासपोर्ट सरेंडर करा लेना चाहिए। जज ने इस मांग को खारिज कर दिया। जज ने ऑर्डर में कहा- ट्रम्प और उनके सहयोगी वॉल्ट नाउटा को पासपोर्ट सरेंडर करने की जरूरत नहीं है। आप इन दोनों से श्योरिटी बॉन्ड्स (एक तरह की जमानत) लीजिए और इसके बाद दोनों को जाने दीजिए।
जज ने ट्रम्प और नॉटा पर यात्रा से जुड़ी कोई पाबंदी लगाने की मांग भी खारिज कर दी। अदालत ने कहा- इस तरह की पाबंदियां सिर्फ तब लगाई जा सकती हैं जब आरोपी के देश छोड़कर भागने की आशंका हो। इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है। लिहाजा पासपोर्ट सरेंडर करने की जरूरत नहीं है।
देश के लिए अफसोसजनक दिन
कोर्ट के बाहर निकलने के बाद ट्रम्प काफी खुश दिखाई दिए और उन्होंने पहला सोशल मीडिया पोस्ट किया। कहा- थैंक यू मियामी। अमेरिका के लिए आज का दिन अफसोसजनक है, लेकिन फिर भी मेरे शानदार स्वागत के लिए शुक्रिया। इसके बाद वो एक क्यूबन रेस्टोरेंट में पहुंचे। यहां मौजूद उनके समर्थकों ने काफी नारेबाजी की। ट्रम्प के साथ फोटो खिंचवाए। यहां एक महिला ने उनके विरोध में नारेबाजी की। कहा- ट्रम्प को जेल में होना चाहिए। इस महिला को रेस्टोरेंट से बाहर निकाल दिया गया। ट्रम्प की सुनवाई के बाद व्हाइट हाउस में एक इवेंट हुआ। जब प्रेसिडेंट जो बाइडेन से इस केस के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकते हैं ट्रम्प
ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े कुछ टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स अपने आलीशान रिसॉर्ट मार-ए-लेगो में रखे। जब एफबीआई की टीम उनके घर जांच के लिए पहुंची तो उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की। इसके अलावा जांच एजेंसी के सामने कई सवालों के जवाब में झूठ कहा।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक-
ट्रम्प एक बार फिर प्रेसिडेंशियल इलेक्शन लड़ने जा रहे हैं। उनका आरोप है कि 2024 के इलेक्शन में उन्हें रोकने की साजिश रची जा रही है और जस्टिस डिपार्टमेंट उन्हें कानूनी तौर पर डिस्क्वॉलिफाई करना चाहता है। ट्रम्प ने कहा- मुझ पर लगे तमाम आरोप सियासी वजहों से लगाए जा रहे हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है।
ट्रम्प ने बाथरूम और बॉलरूम पर छिपाए थे डॉक्यूमेंट्स
बीबीसी के मुताबिक, 49 पेज के आरोप पत्र में बताया गया है कि ट्रम्प ने ये डॉक्यूमेंट्स अपने बाथरूम, बॉलरूम, शॉवर की जगह पर, ऑफिस, स्टोर रूम और बेडरूम में छिपाए थे। प्रॉसिक्यूटर्स ने ये भी कहा कि एफबीआई की जांच में बाधा डालने के लिए ट्रम्प ने अपने वकीलों को फाइलें छिपाने या नष्ट करने का आदेश दिया था।
ट्रम्प के पास थीं 21 टॉप सीक्रेट और 9 सीक्रेट फाइल्स
सीएनएन के मुताबिक, आरोप पत्र में बताया गया है कि पिछले साल एफबीआई ने ट्रम्प के पास से 337 सरकारी डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे। इनमें से 21 डॉक्यूमेंट्स पर टॉप सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो दस्तावेज होते हैं जिसमें सबसे संवेदनशील जानकारी रखी जाती है। सिर्फ सीमित लोगों की ही पहुंच होती है। इसमें गुप्त सोर्स से मिली जानकारी को सुरक्षित रखा जाता है। इसके अलावा, 9 डॉक्यूमेंट्स पर सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो फाइल्स होती हैं, जिसके लीक होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचने की आशंका रहती है।
फाइल्स में थी प्लान ऑफ अटैक की डीटेल्स
2020 की एक फाइल में दूसरे देशों की परमाणु क्षमता के बारे में खुफिया जानकारी थी। ट्रम्प ने जो क्लासिफाइड फाइल्स छिपाई थीं उनमें अमेरिका के न्यूक्लियर प्रोग्राम्स और यूएस और दूसरे देशों की रक्षा और हथियारों की क्षमता से जुड़ी डीटेल्स मौजूद थीं। इसके अलावा उन्होंने वो फाइल्स भी अपने पास रख ली थीं, जिसमें बताया गया था कि हमला होने पर अमेरिका उसका जवाब कैसा देगा और जंग के मैदान में न्ै और उसके सहयोगियों की कमजोरी क्या है।
ट्रम्प ने कई मौकों पर बिना इजाजत लोगों को दिखाईं फाइल्स
आरोप पत्र में कहा गया है कि ट्रम्प ने ये डॉक्यूमेंट्स अपने घर मार-ए-लागो और प्राइवेट क्लब में रखे थे, जो ऐसी फाइल्स रखने की एक ऑथराइज्ड जगह नहीं है। ये भी बताया गया है कि ट्रम्प ने 2021 में 2 अलग-अलग मौकों पर बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के ये फाइल्स एक राइटर और स्टाफ के 2 मेंबर्स को दिखाई थीं।
इसके बाद न्यू जर्सी में अपने गोल्फ क्लब में भी ट्रम्प ने डिफेंस डिपार्टमेंट के किसी ‘प्लान ऑफ अटैक’ से जुड़े दस्तावेज लोगों को दिखाए थे। बीबीसी के मुताबिक, ट्रम्प की उस वक्त की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई है, जिसमें वो कहते हैं कि मुझे राष्ट्रपति रहते हुए ही इन फाइलों को क्लासिफाइड की श्रेणी से हटा देना चाहिए था, लेकिन अब मैं ऐसा नहीं कर सकता।
सितंबर 2021 में इसी क्लब में ट्रम्प ने बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के मिलिट्री ऑपरेशन से जुड़ा एक सीक्रेट मैप भी साझा किया था। उन्होंने जिस व्यक्ति को ये मैप दिखाया था उससे कहा था कि ये बहुत ही खुफिया जानकारी है और नियमों के मुताबिक उन्हें ये नहीं दिखाना चाहिए।
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