नामी प्राइवेट एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर 200 लोगों से करोड़ों की ठगी, 9 गिरफ्तार

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November 8, 2024

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नामी प्राइवेट एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर 200 लोगों से करोड़ों की ठगी, 9 गिरफ्तार

-बेरोजगार युवाओं को गैंग बनाता था निशाना, गिरफ्तारी से बचने के लिए गैंग के सदस्य लगातार बदल रहे थे ठिकाने

नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- उत्तरी जिला साइबर क्राइम टीम ने नामी प्राइवेट एयर लाइंस में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर देशभर के 200 से अधिक बेरोजगार युवाओं से करोड़ों की ठगी करने वाले गैंग के नौ लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे लेकिन पुलिस की सधी हुई कार्यवाही के चलते आखिर आरोपी फरीदाबाद से धरे गये।
                  राजधानी के उत्तरी जिले की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने अंतर राज्यीय स्तर पर ठगी करने वाले एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग प्राइवेट एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी करता था। पुलिस टीम ने 8 महीने की लंबी तलाश के बाद गैंग के 9 लोगों को अलग-अलग इलाकों में छापा मारकर गिरफ्तार किया। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी बेरोजगार युवाओं को अपना निशाना बनाते हैं और उन्हें जॉब दिलाने के नाम पर फर्जी जॉब लेटर, बांड भरवाना व आई कार्ड सहित कई दस्तावेज उपलब्ध कराते थे। साथ ही वे पीड़ितों को टेलिफोनिक इंटरव्यू भी करवाते थे ताकि उन्हें विश्वास हो जाए कि जल्दी ही उन्हें नौकरी मिलेगी। आरोपियों ने अलग-अलग इलाकों में 200 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया है।

                   उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि बुराड़ी इलाके में रहने वाले शिकायतकर्ता सुमित सिंह ने साइबर क्राइम के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें बताया गया था कि शाइन डॉट कॉम नाम की कंपनी लोगों के प्राइवेट इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रही है। कंपनी के एच आर मैनेजर ने इंडिगों में टेलिफोनिक इंटरव्यू कराया और उससे नौकरी के नाम पर 1,37,000 रूपये खाते में डलवा लिए। यह पैसा यूनिफार्म, सैलरी अकाउंट एक्टिवेशन और पासपोर्ट आदि के नाम पर जमा कराने के लिए कहा गया था। पीड़ित द्वारा यह पैसे जमा कराने के बाद आरोपी ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया जिससे शिकायतकर्ता दोबारा उनसे संपर्क नहीं कर पाया।
                    इसके बाद पीड़ित की शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने 10 मई 2022 को आईपीसी की धारा 420 के तहत साइबर क्राइम का मामला दर्ज करते हुए मामले की पड़ताल के लिए थाना प्रभारी पवन तोमर की देखरेख में एसआई रंजीत चौधरी और एसआई गुमान, एचसी विपिन, एचसी कालूराम, एचसी सुधीर, एचसी करमवीर, एचसी संदीप, एचसी यादराम, एचसी पंकज और कांस्टेबल जतिन की एक टीम गठित की गई। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और बैंक खातों की जानकारी जुटाने के साथ-साथ शिकायतकर्ता के पास से मिले मोबाइल नंबर से आरोपियों की लोकेशन तलाशी जो दिल्ली, हरियाणा और यूपी के कई इलाकों में मिली। आरोपी पुलिस को चकमा देने व गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। इस बीच पुलिस को पता चला कि आरोपी नोएडा इलाके में छिपे हुए हैं। पुलिस ने वहां छापेमारी की, जहां पुलिस को एक कॉल सेंटर मिला लेकिन आरोपी यहां से फरार होने में कामयाब हो गये। कॉल सेंटर से पुलिस को पता चला कि आरोपी उत्तम नगर से इस कॉल सेंटर को अपडेट कर रहे हैं, जिसके बाद उत्तम नगर में रेड की गई लेकिन यहां से भी आरोपी फरार हो गये। तब पुलिस को पता चला कि आरोपी बुंदेलखंड चले गए हैं। इनके मूल निवास स्थान का पता करने पर एक टीम को बुंदेलखंड, जालौन भेजा गया। लेकिन वहां से भी आरोपी पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहे। बुंदेलखंड में रेड के बाद पता चला कि आरोपी फरीदाबाद में छुपे हुए हैं। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद मंगलवार को आरोपियों को फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन और कोर्ट के नजदीक से दबोच लिया। इनके पास से पुलिस टीम ने मोबाइल फोन, एक बैंक अकाउंट किट व आईएमईआई नंबर बरामद किया। पुलिस ने दिल्ली, हरियाणा और यूपी राज्य में छापामारी कर मानवेंद्र सिंह राजावत उर्फ कल्लू, विनीत सिंह भदोरिया उर्फ कुकू, अजीत सिंह राजावत, दीपक चौहान, सुरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ संजू, रजत सिंगर उर्फ मुन्नू, अभय यादव उर्फ मोहित, सत्यम सिंह और शिवम सिंह राजावत नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी यूपी के रहने वाले हैं, जो प्राइवेट एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके दो और साथी शिवम और आमिर साइबर ठगी के माध्यम से जल्दी पैसा कमा रहे थे। वहीं मानवेंद्र सिंह एक फर्जी कॉल सेंटर ऑपरेट कर रहा था। जो शाइन डॉट कॉम के नाम पर लोगों के फ्री टेलिफोनिक इंटरव्यू कराता था। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और वारदात में शामिल अन्य दो आरोपियों की तलाश कर रही है।

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