
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नजफगढ़/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- भादों रिकार्ड तोड़ बरसे बादलों ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य अधिकारी पी के गुप्ता ने कहा कि यह बारिश आने वाली फसल के लिए काफी फायदेमंद होगी। वहीं दूसरी तरफ तेज धूप के कारण कुमलाह रहे धान की फसल में भी फिर से जान आ गई है। हालांकि धाया व तोरी की फसल में कुछ नुकसान की आशंका है लेकिन फिर भी किसान इस बारिश को लेकर काफी खुश नजर आ रहे है।
नजफगढ़ देहात में सिंचाई का कोई प्रबंध न होने और जमीन का पानी खारी होने की वजह से अधिकतर किसान रबी की फसल नही बो पाते थे लेेेकिन सितंबर के महीने में हुई बरसात ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी हे। किसानों का मानना है कि इस बारिश से वो आगामी मुख्य फसलों की आसानी से बुआई कर पायेंगे। नजफगढ़ देहात में करीब 50 गांव आते है। जिनमें अधिकतर खारी पानी ही है और सिचाई का भी कोई साधन नही है। लोग अकसर बरसात पर ही निर्भश्र रहते हैं। किसानों की माने तो इस बार इंद्र देव ने अपने द्वार खोल दिये हैं। इस बार हम सरसों, जौ, धान व गेंहू की बुआई कर पायेंगे। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य अधिकारी पी के गुप्ता ने बताया कि गांवों में पानी की कमी के चलते भूजल स्तर काफी नीचे चला गया है और अधिकतर क्षेत्र में खारी पानी है। जिसकारण किसानों को खेती करने में काफी परेशानी होती है। लेकिन इस बारिश से अबकि बार किसान कई तरह के खेती कर पायेंगे। केंद्र भी किसानों की बीज व खाद से लेकर कृषि सलाह तक की मदद करता है और किसानों की आय में बढ़ोतरी को लेकर लगातार प्रयासरत है। हमारे वैज्ञानिक किसानों को फसलों की बुआई से लेकर उसकी सिचांई, प्रबंधन व खाद व दवाई का छिड़काव तक सभी सलाह मुहैया कराते है तथा सभी सरकारी योजनाओ का लाभ किसानों तक पंहुचाने का प्रयत्न किया जाता है।
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