
नई दिल्ली/अनीशा चौहान/- झारखंड में हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। रांची के मोरहाबादी मैदान में हुए एक भव्य समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर केवल हेमंत सोरेन ने शपथ ली, जिसका मतलब यह है कि उनके मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा। समारोह में विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति ने राज्य में राजनीतिक एकता का माहौल उत्पन्न किया, जो एक सकारात्मक संकेत है।
इंडिया गठबंधन की जीत के बाद नई सरकार का गठन
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की थी। पांच दिन बाद, हेमंत सोरेन ने राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। यह उनका चौथा कार्यकाल है, और वे राज्य के इतिहास में चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन का नाम भी उल्लेखनीय है, जिन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में तीन-तीन बार कार्य किया है।
राज्य के विकास के लिए संकल्प
हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत करते हुए राज्य के विकास और जनता के कल्याण के लिए काम करने का संकल्प लिया। शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया ब्लॉक के नेताओं की उपस्थिति ने इस गठबंधन की एकजुटता को मजबूती दी, जो राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण संदेश है।
हेमंत सोरेन के बेटे नितिल सोरेन का बयान
शपथग्रहण समारोह से पहले, हेमंत सोरेन के बेटे नितिल सोरेन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैं अपने पिता के शपथग्रहण को लेकर बेहद खुश हूं। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए लोग यहां पहुंचे हैं। मैं विशेष रूप से आदिवासी समुदाय से कहना चाहूंगा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) आपके लिए काम कर रहा है, और पूरे झारखंड के विकास के लिए काम करता रहेगा।”
झारखंड में ‘इंडिया’ गठबंधन की बहुमत में जीत
झारखंड में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हेमंत सोरेन ने भाजपा के गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 वोटों के अंतर से हराया और बरहेट सीट पर जीत हासिल की। JMM के नेतृत्व वाले ‘इंडिया’ गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत बनाए रखा, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को केवल 24 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
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