नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- शेयर मार्किट खुलते ही शेयर बाजार तेजी से गिरने लगा। जिसकारण सेंसेक्स में 1000 अंको से ज्यादा की गिरावट आई वहीं निफ़्टी भी 350 अंक तक टूट गया। एक ही दिन में बाजार में आई भारी गिरावट के कारण निवेशकों का 13 लाख करोड़ रूपये का निवेश स्वाहा हो गया। दोपहर 2.30 बजे तक सेंसेक्स 1046 अंग टूटकर 72621 के स्तर पर कारोबार कर रहा था तो वहीं निफ़्टी 388 अंक गिरकर 21947 पर कारोबार कर रहा था। बाज़ार बंद होने के बाद से सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों पर इसे हाहाकार मचाने वाले दिन की संज्ञा दी जा रही है।
बाजार में आई गिरावट का कारण स्मॉल कैप इंडेक्स में भारी बिकवाली और अमेरिकी महंगाई के आंकड़े बताए जा रहे है। इस भंयकर गिरावट के कारण मार्केट का सेंटीमेंट बदल गया और दिग्गज कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिक्री हुई। हालांकि बाज़ार के दो प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ़्टी में शुरुआत इतनी चिंताजनक नहीं रही। लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे ट्रेडर्स के माथे पर लकीरें गहरी होती गईं।
बुधवार की सुबह सेंसेक्स 73,993.40 के स्तर पर खुला। कुछ देर तक सब कुछ ठीक रहा और इस सूचकांक में बढ़त होने के संकेत तक देखे गए।लेकिन साढ़े ग्यारह बजे के बाद से जो बिकवाली का दौर शुरू हुआ वो बाज़ार बंद होने तक जारी रहा। इस तरह सेंसेक्स 906 अंकों की गिरावट के साथ बाज़ार बंद होने पर 72,736 अंकों पर बंद हुआ जबकि इससे एक दिन पहले बाज़ार 73,667 पर बंद हुआ था।
वहीं, देश की शीर्ष पचास कंपनियों के सूचकांक निफ़्टी-फ़िफ़्टी की शुरुआत 22,433 के स्तर से हुई लेकिन दिन बीतते-बीतते यह 351.85 अंकों की गिरावट के साथ 21,997.70 के स्तर पर बंद हुआ। इससे एक दिन पहले यह सूचकांक 22,353 के स्तर पर बंद हुआ था। इस सूचकांक में शामिल कंपनियों में सबसे ज़्यादा गिरावट पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन, एनटीपीसी, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाइटन, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारतीय एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, हिंदुस्तान युनिलीवर, कोल इंडिया, अदानी इंटरप्राइजेज़, और अदानी पोर्ट्स में दर्ज की गयी। ये गिरावट पांच फ़ीसद से ज़्यादा रही।
बैंकों के शेयर वाले सूचकांक निफ़्टी बैंक की बात करें तो यह सूचकांक 47,341.15 के स्तर पर शुरू हुआ। इसके बाद बाज़ार बंद होते-होते इस सूचकांक में भी 301 अंकों की गिरावट दर्ज की गयी। इससे पिछले दिन मंगलवार को यही सूचकांक 46,981.30 पर बंद हुआ था। निफ़्टी बैंक भी 29 फरवरी के बाद पहली बार 47,000 के स्तर से नीचे बंद हुआ है। बैंकों में सबसे ज़्यादा गिरावट पीएनबी, बंधन बैंक, फेडरल बैंक और बैंक ऑफ़ बड़ौदा में दर्ज की गयी। हालांकि, बैंकिंग सेक्टर में कुछ शेयर ऐसे भी थे जिनमें इस दिन भी उछाल दर्ज किया गया। ये शेयर आईसीआईसीआई, कोटक और एचडीएफ़सी बैंक थे।
इस बिकवाली और गिरावट का सबसे ज़्यादा नुक़सान उन लोगों को होने की आशंका है जो मार्जिन ट्रेड या इंट्रा डे ट्रेडिंग आदि करते हैं।इस गिरावट के लिए स्मॉल कैप और मिड कैप इंडाइसेज़ में गिरावट को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
More Stories
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने हत्या के मामले में वांछित एक शातिर अपराधी को किया गिरफ्तार
कौन हैं कश्यप काश पटेल? ट्रंप के विश्वसनीय करीबी जो बन सकते है CIA चीफ
प्रियंका गांधी ने बताया कैसे करना चाहती है वायनाड की सेवा, जानिए
दिल्ली में फिर निर्भया जैसी घटना! कबाड़ी, भिखारी…ऑटो वाला ने पार की हैवानियत की सारी हदें
पप्पू यादव को लॉरेंस गैंग के नाम से फिर मिली धमकी, PA ने दर्ज करवाई शिकायत
डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 836 अंक लुढ़का; फेड रिजर्व के फैसले पर सबकी नजर