’हां मैं औरत हूं
सृष्टिकर्ता की श्रेष्ठ कृति हूं मै
हर घर की जरूरत हूं
हर पग रोशन करने वाली
कर्मों की शक्ति हूं मै।।1।।’
’हां मैं औरत हूं
बदल रही हूं खुद को
नहीं सहती ग़लत उसूलों को
देखती हूं ख्वाब हजार
मेहनत का चढ रही पहाड़।।’
’हां मैं औरत हूं
खुद की बनाई दुनिया को जीना चाहती हूं
शिक्षा, संस्कारों, संस्कृति के साथ उड़ना चाहती हूं
सहनशीलता ,शक्ति की मूरत हूं
संवारती हूं दो कूलों को
परिवार, समाज की जिम्मेदारी मुझपर, ना करो मुझपे कोई अत्याचार
सुखी रहेगा रे संसार।।’
ट्विंकल आडवाणी
बिलासपुर छत्तीसगढ़v
More Stories
डी.एच क्रिकेट की रोमांचक जीत! विराज के विस्फोटक शतकीय पारी ने मचाया कोहराम!
ककरौली उपचुनाव में हिंसा और पथराव, पुलिस पर हमला, 120 पर मामला दर्ज
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकी हमला, 32 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना दौरा, राष्ट्रपति इरफान अली ने किया स्वागत
पोक्सो एक्ट में वांछित अपराधी को द्वारका एएटीएस ने किया गिरफ्तार
पर्थ टेस्ट से पहले कप्तान बुमराह का दिखा अलग रूप, प्लेइंग इलेवन पर साधी चुप्पी