नोएडा/- नोएडा में अपना आशियाना खरीदने का सपना देखने वालों को नोएडा अथॉरिटी की कार्यवाही के बाद बड़ा झटका लगा है। दरअसल नोएडा में प्रॉपटी लेना महंगा हो गया है। नोएडा अथॉरिटी ने प्रॉपर्टी के रेट में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी है। केवल ए प्लस श्रेणी के सेक्टरों को इससे राहत दी गई है। आवासीय सेक्टरों में प्रॉपर्टी के रेट 20 प्रतिशत जबकि कुछ इंडस्ट्रियल सेक्टरों में प्रॉपर्टी के रेट 30 प्रतिशत तक बढ़ाए गए हैं।
नोएडा के सेक्टर 6 स्थित नोएडा प्राधिकरण की 205वीं बोर्ड बैठक नोएडा प्राधिकरण अध्यक्ष अरविंद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी, ग्रेनो प्राधिकरण सीईओ सुरेंद्र सिंह और यमुना प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह मौजूद रहे। बोर्ड बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इसमें कुल 35 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 20 पर मुहर लगी। इस बार अधिकांश प्रस्ताव प्रॉपर्टी के नियमों में बदलाव के लिए ही रखे गए थे। चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल प्लॉट के नए अलॉटमेंट रेट की घोषणा की गई है। ए से लेकर डी वर्ग तक के सभी सेक्टरों की एलॉटमेंट रेट में 15 से 20 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है। नई दरों पर प्राधिकरण के बोर्ड बैठक में मुहर लगा दी गई है। नोएडा प्राधिकरण ने काफी समय से एलॉटमेंट रेट में वृद्धि नहीं की थी। शहर में करीब ढाई साल बाद संपत्ति के रेट बढ़ाने का फैसला लिया गया है। दरअसल, आधारभूत परियोजनाओं पर लागत बढ़ गया है। शहर के रखरखाव पर भारी-भरकम रकम खर्च हो रही है। इसके साथ ही जमीन की मांग भी काफी बढ़ गई है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि नोएडा प्राधिकरण की ओर से निर्धारित दर से अधिक कीमत पर लोगों को पहले से जमीन खरीदना पड़ रहा था। जमीन की कीमत बढ़ने का कारण इस क्षेत्र में बनने वाला जेवर एयरपोर्ट है। इसके कारण इलाके के लोगों को एक्सप्रेसवे, पॉड टैक्सी और मेट्रो जैसी सुविधाएं मिल जाएंगी।
नोएडा अथॉरिटी ने रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के हिसाब से पूरे शहर को छह कैटगरी में बांटा है। कैटेगरी ए प्लस में सिर्फ सेक्टर-14ए, 15ए, 44ए और 44बी ब्लॉक शामिल हैं। रेजिडेंशियल कैटेगरी में 20 प्रतिशत तक आवंटन दरें बढ़ाई गई हैं। अभी ग्रुप हाउसिंग भूखंड में सबसे ऊपर श्रेणी ए एक लाख 35 हजार 750 और सबसे कम श्रेणी ई में 51,290 रुपये प्रति वर्ग मीटर आवंटन रेट है। इससे पहले 27 सितंबर 2019 को बोर्ड बैठक में सिर्फ रेजिडेंशियल की ई श्रेणी में संपत्ति के रेट बढ़ाए गए थें वर्ष 2020 में ए प्लस की नई श्रेणी बना कुछ सेक्टरों को शामिल किया गया। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि बढ़ती बाजार कीमत और लागत मुद्रास्फीति की वजह से दरों में संशोधन की जरूरत पड़ी। कोविड के चलते लोगों को प्लॉट में निर्माण करने के लिए छह महीने के टाइम एक्सटेंशन की निशुल्क छूट दी गई है। इससे सैकड़ों लोगों को फायदा होगा। ब्लड रिलेशन में प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने के लिए अथॉरिटी ने ट्रांसफर चार्ज न लेने का फैसला किया है। इससे भी कई लोगों को राहत मिली है। खासकर जो लोग अपने जीते जी बच्चों में प्रॉपर्टी विवाद से बचने के संपत्ति बंटवारा करना चाहते हैं, उन्हें राहत मिली है। नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है कि पूरा भुगतान करने के बाद ही बिल्डर को प्लॉट का आवंटन किया जाएगा।
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