नजफगढ / नई दिल्ली / शिव कुमार यादव / – नजफगढ़ के ईस्सापुर गांव के रहने वाले भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष श्री विरेन्द्र डागर अब इस दुनिया में नही रहे। ज्ञात जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात को उन्हे अचानक सीने में दर्द हुआ था और जब परिजन चिकित्सकों के पास लेकर गये तो वहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। पूरे दिल्ली प्रदेश में उनकी अचानक मौत से किसानों को गहरा आघात पंहुचा है।
परिजनों के अनुसार मंगलवार की रात वो ठीकठाक सोये थे लेकिन फिर रात को उन्होने सीने में दर्द की बात बताई तो उन्हे अस्पताल लेकर गये लेकिन वहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि विरेन्द्र डागर पूरे एनसीआर में एक लोकप्रिय किसान नेता थे। उन्होने किसान आंदोलन में किसानों के हक के लिए ढांसा बार्डर, टिकरी बार्डर व सिंधु बार्डर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए किसान आंदोलन को नई धार दी थी। वहीं नजफगढ़ देहात के साथ-साथ आसपास के राज्यों में भी वह किसानों की समस्या को लेकर सरकार के पास जाते थे। वीरेंद्र डागर की सामाजिक जागरूकता भी लोगों को काफी पसंद आई थी उनकी राजनीतिक सोच भी उन्हे खास राजनेता बनाती थी। उन्होने दिल्ली देहात में किसानों की जमीन के अधिग्रहण मुआवजा व फसल मुआवजे को लेकर लगातार किसानों की आवाज बुलंद की। उनके इस अक्समात निधन पर पूरे दिल्ली एनसीआर में शोक की लहर है।
श्री विरेन्द्र डागर की तेहरवीं व रस्म पगड़ी 28 सितंबर को ईस्सापुर गांव में पूरी की जायेगी। सभी लोगों से निवेदन है कि श्रद्धाजंलि सभा में उपस्थित होकर अपने प्रिय नेता को श्रद्धाजंलि अर्पित करें।
-मंगलवार की रात अचानक हुआ था सीने में दर्द, चिकित्सकों ने किया मृत घोषित
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