दीपेंद्र हुड्डा ने संसद में हरियाणा सरकार पर जोरदार कसा तंज

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November 22, 2024

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दीपेंद्र हुड्डा ने संसद में हरियाणा सरकार पर जोरदार कसा तंज

-भाजपा द्वारा संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार प्रहार हो रहे हैं- दीपेंद्र हुड्डा -हरियाणा के अंदर 2 लाख सरकारी पद समाप्त कर दिए गए

नई दिल्ली/सिमरन मोरया/- लोकसभा में रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार प्रहार हो रहे हैं। संविधान जिन वर्गों के अधिकार सुरक्षित करता है, उन वर्गों के अधिकारों पर चोट पहुंचाई जा रही है। केंद्र और राज्य स्तर पर सरकारी नौकरियां समाप्त की जा रही हैं। हरियाणा के अंदर 2 लाख सरकारी पद समाप्त कर दिये गये। कच्ची भर्तियां बिना रिजर्वेशन और बिना पेंशन के हो रही हैं।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि SC और OBC समाज के सरकारी नौकरी के अधिकारों को छीनने का काम बैकडोर से किया रहा है।संविधान को कुचलने के नारे दिये जा रहे थे। उन नारों को जनता ने अस्वीकार किया।  जब यहाँ जय संविधान बोला गया तो मैं इसलिए खड़ा हुआ कि बाबा साहेब के संविधान से मेरा भावनात्मक संबंध है। जब ये परिसर में बाबा साहेब के नेतृत्व में संविधान बना तब मेरे स्वर्गीय दादा रणवीर सिंह हुड्डा जी भी उस सभा के सदस्य थे, और बाबा साहेब, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आज़ाद के साथ साथ उनके भी दस्तख़त मूल प्रति पर अंकित हैं।  जब संविधान से टिप्पणी हुई तो मेरा कर्तव्य बनता था पूछना कि इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी।

‘भाजपा से बहुमत छीनकर उसके अहंकार पर चोट मारने का काम किया’

रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि देश के लोगों ने भाजपा से बहुमत छीनकर उसके अहंकार पर चोट मारने का काम किया है। जिस तानाशाही और अहंकार से भाजपा चल रही थी, उसे जनता ने अस्वीकार किया है। यह वही अहंकार है जो देश में तीन काले कृषि क़ानून ऑर्डिनेंस के माध्यम से लाये गये थे। एक साल से ज़्यादा किसान वर्ग दिल्ली के बाहर बैठा रहा। 750 किसानों के शव पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी उनके गाँवों में गये। लेकिन सरकार की तरफ से सहानुभूति के दो शब्द भी नहीं कहे गये।

‘हमारी ओलंपिक विजेता पहलवान बेटियां न्याय मांग रही थी’

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये वही चेहरा था जिसे आंदोलन के दौरान जीप से किसान कुचले गए। जिस कैबिनेट मंत्री की जीप थी, उसे दोबारा टिकट दिया, उस अहंकार को तोड़ने का काम पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी और लखीमपुर खीरी में उसे हराकर किया। अहंकार का एक और उदाहरण हमने देखा जब हमारी ओलंपिक विजेता पहलवान बेटियां न्याय मांग रही थी। उन्हें घसीटा जा रहा था। आरोपी पर मुकदमा सरकार ने नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट के कहने पर हुआ। उनके बेटे को उत्तर प्रदेश में चुनाव में उतारा गया। मुझे गर्व है पूरे देश में विपक्ष की सबसे ज़्यादा मत प्रतिशत कहीं आया है, वो हरियाणा में आया है। लोगों ने उस अहंकार को अस्वीकार करने का काम किया।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये वहीं अहंकार था जिसने एक दिन में 146सांसदों को निलंबित करने का काम किया। इस अहंकार को देश की जनता ने अस्वीकार करके इंडिया गठबंधन के 234 सांसदों को चुनकर यहां भेजा और आपसे बहुमत छीनकर संतुलन बनाने का काम किया। ये वहीं अहंकार था जिसके कारण लोगों को अपने हितों की रक्षा के लिये सड़क पर आना पड़ा। सरकार ने हर वर्ग की अनसुनी की और सरकार अत्याचारी के साथ खड़ी हुई दिखाई दी।

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