
नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/- दिल्ली में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखते हुए निगम महापौर डॉ. शैली ओबराय ने कहा है कि आवारा पशुओं को बगैर कोई हानि पहुंचाए दिल्ली को आवारा पशुओं के आंतक से मुक्त कराया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग ने आवारा कुत्तों की समस्या पर रोक लगाने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

देश की राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर राजनीति तेज हो गई है। जिसे देखते हुए वीरवार को निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में बसंत कुंज में दो बच्चों के कुत्तों द्वारा काटने से हुई मौत के संदिग्ध मामले में निगम महापौर ने प्रेसवार्ता की। इस मौके पर उपमहापौर आले मोहम्मद व नेता सदन मुकेश गोयल भी उपस्थित थे। प्रेसवार्ता के दौरान महौपर डॉ. शैली ओबराय ने कहा कि उपरोक्त मामले में दोनो भाइयों की मौत के कारणों की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है क्योंकि अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है। इस कारण अभी जल्दबाजी में कुछ भी कहना सही नही है। महापौर ने आवारा कुत्तों की जनसंख्या के बाबत बताया कि वर्ष 2016 के बाद आवारा पशुओं की कोई गणना नहीं हुई है और इसे लेकर अब कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने बताया गया कि निगम एनिमल बर्थ कंट्रोल पॉलिसी (एबीसी) के तहत दिल्ली में आवारा कुत्तों के लिए 20 स्टरलाइजेशन सेंटर हैं जिसमें से 16 सेंटर कार्य कर रहे है और बाकी 4 कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा के एसोसिएशन में सेंटर
महापौर ने आरोप लगाया कि न कार्य करने वाले एनजीओं के सेंटर भाजपा एसोसिएशन एनजीओ के हैं। सेंटरों द्वारा कुत्तों के बंधीकरण कार्य में कई खामिया पाई गई है। एनजीओ के खिलाफ काफी सारी शिकायत हमें मिली है। शैली ओबराय ने बताया कि सेंटर के साथ-साथ कई एनजीओ (गैर सरकारी संगठन) नगर निगम के साथ काम करते हैं, उनके साथ चर्चा हुई और उन्होंने बताया कि कैसे हम आवारा जानवरों से दिल्ली की जनता को को निजात दिला सकते हैं और कैसे आवारा जानवरों की सुरक्षा भी कर सकते हैं।
दिल्ली में लगभग 6 लाख कुत्ते
महापौर ने बताया कि अभी तक पिछले सात-आठ सालों में जितने भी दिल्ली आवारा जानवर है, उनकी जनगणना सात-आठ सालों से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अभी लगभग 6 लाख आवारा कुत्ते दिल्ली में हैं। उन्होंने कहा कि इन कुत्तों के लिए एक बेहतर कार्य योजना तैयार कर रहे हैं, जिससे कुत्ते का आंतक भी न रहे और इन आवारा पशुंओं का भी संरक्षण हो। इस मामले में निगम आरडब्ल्यूए और विशेषज्ञों से चर्चा की है और सलाह ले रही है ताकि आम नागरिक भी सुरक्षित रहे और आवारा कुत्तों का भी ख्याल रखा जा सके।
महापौर ने दिये विस्तृत कार्य योजना के निर्देश
महापौर ने अधिकारियों को आवारा कुत्तों की नसबंदी को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आरडब्ल्यूए, डाग लवर को शामिल करने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि शहर में आवारा कुत्तों की देखभाल सुनिश्चित करने के साथ लोगों को इस समस्या से निजात दिलाई जायेगी।
More Stories
दिल्ली: 20 अप्रैल से 5 मई तक पूरे देश में वक्फ संशोधन जागरूकता अभियान चलाएगी बीजेपी
राज्य में हिंसा, RSS जिम्मेदार- ममता बनर्जी, मुर्शिदाबाद हिंसा में घिरीं बंगाल सीएम का बड़ा आरोप
जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही, राष्ट्रीय राजमार्ग किए बंद
देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए SC ज़िम्मेदार- निशिकांत दुबे, राजनीति मैदान में मचा हंगामा
उन्नत प्याज की खेती को लेकर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन
नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान ने किया राव तुलाराम अस्पताल का औचक दौरा