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नजफगढ़ मैट्रो न्यूज/द्वारका/नई दिल्ली/शिव कुमार यादव/भावना शर्मा/- देश के तटीय इलाकों में तबाही मचाने वाला ताउते तुफान दिल्ली-एनसीआर के लिए राहत बनकर आया है। तुफान की बारिश से न केवल हवा में घुले प्रदूषण को धो डाला है बल्कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भी भारी सुधार हुआ है। ताउते की बारिश के कारण मई के महिने में दिल्ली समेत एनसीआर के शहरों की हवा साफ हो गई है। इससे पहले गत वर्ष सितंबर और अक्तूबर में हवा की यही स्थिति थी। अगले तीन दिनों तक दिल्ली-एनसीआर की हवा में बदलाव होने की संभावना नहीं है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 85 दर्ज किया गया। इसके अलावा गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा 64 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ सबसे साफ दर्ज की गई। नोएडा का 82, गुरुग्राम का 106, और फरीदाबाद का 108 एक्यूआई दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले लगातार बारिश होने की वजह से दिल्ली के विभिन्न इलाकों में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 से भी नीचे चला गया था, जो साफ श्रेणी में दर्ज किया जाता है।
इससे पहले जनवरी से मार्च तक हवा की स्थिति खराब से बहुत खराब श्रेणी के बीच बनी रही थी। इसका प्रमुख कारण धूल व पराली के धुएं को भी माना जा रहा था। इसके बाद मार्च से हवा में सुधार होने से लोगों को हल्की राहत मिली थी। अब लगातार बारिश होने की वजह वजह से हवा संतोषजनक स्थिति में चल रही है।
सीपीसीबी के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक दिल्ली-एनसीआर की हवा में बदलाव की कोई संभावना नहीं है। पिछले 24 घंटों में हवा में पीएम 10 का स्तर 75 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 36 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। पीएम10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है।
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